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बिना अनुमति विरोध प्रदर्शन करना पड़ा भारी

पीथमपुर। यूनियन कार्बाइड कचरा निष्पादन के संबंध में कलेक्टर मिश्रा ने 24 जनवरी 2025 को संपूर्ण धार जिले में कोई भी रैली, धरना, विरोध प्रदर्शन को बिना अनुमति किए जाने पर प्रतिबंधात्मक आदेश 163 बीएनएसएस के तहत जारी किया गया था। उक्त आदेश का पालन ना करने पर बुधवार को पीथमपुर ने कुछ लोगां के खिलाफ कार्रवाई की है। दरअसल कुछ लोग महाराणा प्रताप बस स्टैंड पर बिना अनुमति लिए शव सत्याग्रह आंदोलन कर यूनियन कार्बाइड कचरा निष्पादन का विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। जो की सीधे तौर पर कलेक्टर के आदेश की अवहेलना है। मामले में थाना सेक्टर 1 पर अपराध क्रमांक 80/2025 धारा 223 बीएनएस के तहत प्रकरण दर्ज किया गया।

प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में ट्रालो से उतरे 12 कंटेनर

पीथमपुर। गुरुवार दोपहर रामकी एनवायरो कंपनी में एक जनवरी की रात से खड़े यूनियन कार्बाइड के कचरे से भरे 12 कंटेनरों को ट्रक ट्राले से नीचे उतारा गया। इस कार्रवाई के दौरान जिले के विरिष्ठ अधिकारी एवं पीथमपुर व आस पास के जनप्रतिनिधि मौजूद थे।
जानकारी मुताबिक अभी सिर्फ कंटेनरों को ट्रालो से उतार कर निश्चित स्थान पर रखा गया है। कंटेनर को खोलने की प्रक्रिया अभी नहीं की जा रही है। जिला प्रशासन लगातार जनसमस्या निवारण शिविर व अन्य माध्यमों से कचरे के निष्पादन से पूर्व जनसंवाद कर सहमति बनाने में जुटी है। धार कलेक्टर प्रियंक मिश्रा, एसडीएम प्रमोद गुर्जर सहित कई अधिकारी कर्मचारी जनप्रतिनिधि इस दौरान मौजूद थे।

अवैध कॉलोनियों पर प्रशासन का सख्त एक्शन, बुलडोजर से तोड़े गए निर्माण

पीथमपुर। नगर पालिका प्रशासन ने गुरुवार को पीथमपुर सेक्टर-1 के वार्ड क्रमांक 18 (अकोलिया) में अवैध रूप से विकसित की जा रही कॉलोनियों पर कार्रवाई की। भारत नगर और उससे सटी अन्य कॉलोनियों में बिना सक्षम स्वीकृति के भूखंडों का विक्रय और अनधिकृत भवन निर्माण किए जाने की जानकारी मिलने पर प्रशासन ने सख्त कदम उठाया।

सूचना के बावजूद जारी था अवैध निर्माण
नगर पालिका द्वारा संबंधित कॉलोनाइजर को पूर्व में नोटिस जारी कर चेतावनी दी गई थी, लेकिन इसके बावजूद वहां लगातार निर्माण कार्य जारी था। इस पर मुख्य नगर पालिका अधिकारी के निर्देशानुसार प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर रोड व चेंबर को ध्वस्त कर दिया।

प्रशासन ने रोड व चेंबर को ध्वस्त कर दिया।

भविष्य में होगी कड़ी कार्रवाई
नगर पालिका प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि यदि भविष्य में भी इस तरह के अवैध निर्माण जारी रहे तो जिम्मेदार कॉलोनाइजरों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उनके विरुद्ध थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी और शासन के नियमानुसार कठोर दंडात्मक कार्रवाई होगी।

कार्रवाई के दौरान अधिकारी उपस्थित रहे
इस कार्रवाई के दौरान उपयंत्री सुधीर ठाकुर, जोन प्रभारी तुलसीदास बैगा, दरोगा सतीश भैरवे, संतोष आदिवाल, सोमराज सिंह राजपूत सहित अन्य नगर पालिका कर्मचारी मौके पर मौजूद रहे। नगर पालिका प्रशासन की इस कार्रवाई से अवैध कॉलोनाइजरों में हड़कंप मच गया है। प्रशासन ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे केवल वैध एवं स्वीकृत कॉलोनियों में ही भूखंड खरीदें, जिससे भविष्य में किसी प्रकार की परेशानी न हो।

यूनियन कार्बाइड कचरा निष्पादन: पारदर्शिता के साथ हो रही कार्रवाई – कलेक्टर प्रियंक मिश्रा

धार। यूनियन कार्बाइड के कचरे के निष्पादन को लेकर शासन और प्रशासन पूरी पारदर्शिता बरत रहा है। इस प्रक्रिया में सभी को विश्वास में लेकर ही आगे बढ़ा जाएगा। कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने गुरुवार को पीथमपुर स्थित रामकी प्लांट का दौरा करने के बाद यह जानकारी दी। उनके साथ पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह भी मौजूद थे।

कलेक्टर मिश्रा ने कहा कि प्रशासन ने पिछले कुछ दिनों से इस विषय पर सही जानकारी जनता तक पहुंचाने का कार्य किया है। इसके बाद जन प्रतिनिधियों के साथ बैठकें की गईं और अलग-अलग मंचों पर पूरी प्रक्रिया को समझाया गया। उन्होंने बताया कि कंटेनरों को ट्रॉली से जमीन पर उतारना आवश्यक था, आज की गई कार्यवाही से पहले जन प्रतिनिधियों के साथ चर्चा की गई।इस कार्रवाई के बारे में बताया गया। सभी ने इस पर सहमति दी। निर्णय लिया गया कि सभी की उपस्थिति में पूरी पारदर्शिता के साथ इस कार्रवाई को हम करेंगे।आज वही कार्रवाई रामकी इंडस्ट्री में परिसर में चल रही है। जिसे सभी की सहमति से पूरा किया गया।

24 घंटे निगरानी में है प्लांट
कलेक्टर ने यह भी स्पष्ट किया कि यूनियन कार्बाइड के कचरे के निष्पादन में किसी भी प्रकार की भ्रामक जानकारी न फैलाई जाए। उन्होंने कहा, “प्लांट की 24 घंटे निगरानी की जा रही है, सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिसे कोई भी जनप्रतिनिधि देख सकता है।”

जनता,जनप्रतिनिधियों और मीडिया का आभार
कलेक्टर मिश्रा ने पीथमपुर की जनता, जनप्रतिनिधियों और मीडिया का आभार व्यक्त किया और कहा कि संवेदनशील मुद्दे पर रखा गया धैर्य सराहनीय है। उन्होंने आश्वस्त किया कि शासन-प्रशासन इस मामले में जो भी निर्णय लेगा, वह पूरी पारदर्शिता के साथ होगा।

करोड़ों की जमीन के लिए मौत की साजिश! पुलिस और माफिया की मिलीभगत से गई युवक की जान?

इंदौर/देपालपुर। करोड़ों की जमीन हड़पने के लिए खुलेआम खून बहाया जा रहा है, और प्रशासन चुपचाप तमाशा देख रहा है। बेटमा निवासी राजेश चौहान की संदिग्ध मौत ने इस सड़े-गले सिस्टम की असलियत उजागर कर दी है। क्या यह आत्महत्या है, या इसे आत्महत्या दिखाने की साजिश है..?

पुलिस की अनदेखी बनी मौत की वजह

तीन बार पुलिस में शिकायत के बाद भी आरोपी खुलेआम घूमते रहे। राजेश को लगातार धमकियां मिल रही थीं। लेकिन सुरक्षा नहीं दी गई, क्यों पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया..? क्या पुलिस भी आरोपी पक्ष से मिली हुई थी..?

वायरल ऑडियो ने खोली गुनहगारों की पोल

राजेश ने मरने से पहले अपनी पत्नी को बताया कि उदय पुरी, महेश पुरी और अशोक चौहान पहलवान उस पर दबाव बना रहे हैं। यही नहीं, उसने कहा था कि अगर उसे कुछ हो जाए तो इन लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई जाए। लेकिन क्या पुलिस इन बड़े नामों पर हाथ डालने की हिम्मत करेगी..?

हत्या या आत्महत्या

राजेश ने खुद ही अपने दोस्त को फोन कर कहा था कि वह खतरे में है, उसे निकालो। फिर अचानक वह अपने घर आया और बिना बताए निकल गया, कुछ घंटों बाद खबर आई कि उसने जहर खा लिया। क्या उसे जबरन जहर दिया गया..? क्या साजिशन हत्या को आत्महत्या दिखाया जा रहा है..?
हत्या या आत्महत्या..? पुलिस सच छुपा रही है।

माफिया राज और पुलिस की दलाली

यह मौत सिर्फ एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि सिस्टम के सड़ने की निशानी है। जमीन हड़पने के लिए धमकियां, दहशत और मौत का खेल चल रहा है।
पुलिस प्रशासन सिर्फ तमाशबीन बना बैठा है, या फिर मोटी रकम लेकर चुप है..? क्या पुलिस के कुछ अफसर भी इस खेल में शामिल हैं..?

अब सवाल यह है

  1. क्या पुलिस आरोपी पक्ष को बचा रही है?
  2. राजेश को सुरक्षा क्यों नहीं दी गई, जबकि वह पहले ही खतरे की बात कह चुका था?
  3. वायरल ऑडियो में जिन लोगों के नाम हैं, उन की अब तक गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई?

न्याय की मांग।

इस मामले की CBI- SIT जांच होनी चाहिए, क्योंकि पुलिस की भूमिका संदिग्ध है।

आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी हो और उन पर हत्या का मुकदमा चले।

पुलिस अधिकारियों की भूमिका की जांच हो। क्या वे भी इस खेल का हिस्सा हैं?

अगर अभी कार्रवाई नहीं हुई, तो यह साबित हो जाएगा कि इस देश में माफिया राज चलता है और आम आदमी की जान की कोई कीमत नहीं!

E-PAPER – 12-02-2025

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देपालपुर में आवारा मवेशियों का कहर..! प्रशासन की घोर लापरवाही, किसानों की फसलें तबाह

विधायक का वादा निकला सफेद झूठ – तीन साल बाद भी नगर परिषद सो रही गहरी नींद

जीवन खारीवाल,देपालपुर

देपालपुर में आवारा मवेशियों का आतंक दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है, लेकिन नगर परिषद प्रशासन आंखें मूंदे बैठा है। नगर परिषद अध्यक्ष अनीता महेशपुरी गोस्वामी, उपाध्यक्ष गोपाल कटेसरिया और सीएमओ बहादुरसिंह रघुवंशी की घोर लापरवाही से किसानों और आम जनता को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। आलम यह है कि सड़कों पर घूमते ये मवेशी हादसों को दावत दे रहे हैं, जबकि खेतों में घुसकर गेहूं, चना, प्याज और लहसुन की फसल को पूरी तरह तबाह कर रहे हैं। किसान दिन-रात मेहनत कर रहे हैं, लेकिन उनकी खून-पसीने की कमाई को आवारा मवेशी चट कर रहे हैं, और प्रशासन इस गंभीर संकट को लेकर पूरी तरह बेपरवाह बना हुआ है।

तीन साल पहले विधायक ने किया था बड़ा दावा, लेकिन हकीकत में कुछ नहीं बदला

विधायक मनोज पटेल

तीन साल पहले विधायक मनोज पटेल ने नगर परिषद के प्रथम सम्मेलन में कहा था कि महज 10 दिनों में देपालपुर को आवारा मवेशियों से मुक्त कर दिया जाएगा। लेकिन तीन साल बीत गए, और हालात बद से बदतर हो गए। यह वादा भी उन तमाम जुमलों की तरह निकला, जो जनता को बहलाने के लिए किए जाते हैं। सवाल उठता है—आखिर प्रशासन और जनप्रतिनिधि कब जागेंगे? क्या किसान और नागरिक यूं ही परेशान होते रहेंगे..?

धार जिले के कानवन में सख्त नियम, फिर देपालपुर में क्यों लापरवाही ?

धार जिले के कानवन पशुहाट में आवारा मवेशियों के प्रवेश पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है। यदि कोई मवेशी गलती से आ भी जाए, तो उसे उतरने ही नहीं दिया जाता। व्यापारियों पर सख्त नियम लागू किए गए हैं, ताकि वे मवेशियों को सड़कों पर छोड़कर न भागें। लेकिन देपालपुर नगर परिषद में ऐसी कोई नीति ही नहीं बनाई गई, जिससे मवेशियों पर नियंत्रण पाया जा सके। इंदौर संभाग के सबसे बड़े पशु हाट के बावजूद नगर परिषद प्रशासन हाथ पर हाथ रखकर बैठा है। आखिर क्यों देपालपुर में भी कानवन की तरह ठोस कदम नहीं उठाए जाते? क्या नगर परिषद के अधिकारी सिर्फ कुर्सियां तोड़ने के लिए बैठे हैं…?

कांग्रेस नेता मोहन राजेंद्र ठाकुर का प्रशासन पर करारा हमला

कांग्रेस नेता मोहन राजेंद्र ठाकुर

देपालपुर में फैली इस अराजकता को लेकर कांग्रेस नेता मोहन राजेंद्र ठाकुर ने नगर परिषद प्रशासन को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कड़े शब्दों में कहा कि नगर परिषद मवेशियों की समस्या को हल करने में पूरी तरह विफल साबित हुई है। ठाकुर ने आवारा पशुओं को पकड़कर दूसरी जगह शिफ्ट करने और मंगलवार को लगने वाले पशु हाट में इन्हें न उतरने देने की सख्त मांग की। लेकिन सवाल यह है—क्या प्रशासन इस चेतावनी को गंभीरता से लेगा, या फिर जनता को यूं ही परेशानी में डालता रहेगा ?

आवारा मवेशियों की वजह से हो रही ये परेशानियां

✅ फसलें बर्बाद हो रही हैं, किसानों का भारी नुकसान
✅ सड़कों पर हर दिन हादसे बढ़ रहे हैं
✅ शहर में गंदगी और बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है
✅ व्यापारियों की मनमानी चरम पर, नगर परिषद की कोई सख्त नीति नहीं

प्रशासन की लापरवाही का खामियाजा कौन भुगतेगा ?

किसानों और आम जनता की परेशानी को लेकर नगर परिषद प्रशासन पूरी तरह नाकाम साबित हुआ है। सवाल यही है—आखिर नगर परिषद कब तक सोती रहेगी? क्या किसी बड़े हादसे के बाद ही प्रशासन की आंखें खुलेंगी? देपालपुर की जनता अब जागरूक हो चुकी है और प्रशासन की इस घोर लापरवाही को बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है। अगर जल्द ही ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो जनता सड़कों पर उतरकर इसका जवाब देगी!

पीथमपुर सागर में निकली मशाल यात्रा, कचरे के निष्पादन का विरोध जारी

पीथमपुर। शहर क्षेत्र में यूनियन कार्बाइड कचरे का विरोध तेजी से बढ़ रहा है रविवार शाम सागौर के सूरजकुंड से मसाला यात्रा निकल गई। मशाल यात्रा सागर की गलियों से होकर शीतला माता मंदिर पहुंची। यात्रा में सनदीप रघुवंशी मुह पर काली पट्टी बांधकर चल रहे थे। यात्रा में बच्चों ने कचरे का विरोध कर जय हिंद के नारे लगाए। दो बालिकाएं भारत माता की वेशभूषा में शामिल हुई। यात्रा में लोगों हाथ में मशाल थाम रखी थी। यात्रा में सैकड़ो युवा और कई संगठन के लोग शामिल हुए सभी ने कचरा यहां जलाने का विरोध किया। जगह जगह मसाल यात्रा का फूलों से स्वागत किया गया। करीब दो किलोमीटर चलने के बाद यात्रा शीतला माता मंदिर पर समाप्त हुई। पीथमपुर बचाओ समिति के हेमंत हरेले ने यात्रा के दौरान कहा कचरे की टेस्टिंग के लिए भी हम सहमत नहीं है। हमारी मांग यही है कि यह कंटेनर ग्रीन कॉरिडोर बनाकर वापस ले जाया जाए।

नगर पालिका की मनमानी के खिलाफ विरोध : सड़क पर उतरेंगे लोग

पीथमपुर। मनवानी कॉलोनी स्थित मनकामेश्वर हनुमान मंदिर के पास कम्युनिटी हॉल के निर्माण से पहले ही विवाद खड़ा हो गया है। नगर पालिका प्रशासन द्वारा 39 लाख रुपये की लागत से इस निर्माण के लिए टेंडर जारी कर दिए गए हैं, लेकिन यह काम पर्यावरणीय नियमों की अनदेखी के साथ किया जा रहा है।
रहवासियों का आरोप है कि नगर पालिका के पास वन विभाग की कोई अनुमति नहीं है, फिर भी निर्माण स्थल पर लगे पेड़ों को काटने की तैयारी की जा रही है। इसी के चलते स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है, और उन्होंने सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान कर दिया है। रहवासियों का कहना है कि पहले से बने कम्युनिटी हॉल और अन्य सार्वजनिक सुविधाओं की उचित देख रेख नहीं की जा रही है। दस करोड़ रुपये की लागत से बना बस स्टैंड भी बदहाल स्थिति में है, लेकिन नगर पालिका नई योजनाओं के नाम पर मनमाना खर्च कर रही है।

सड़क पर उतरेगा जन आक्रोश
पर्यावरण और सरकारी धन की बर्बादी के खिलाफ लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। रहवासियों का कहना है कि यदि बिना उचित अनुमति और जनसहमति के यह निर्माण कार्य शुरू किया जाता है, तो वें उग्र प्रदर्शन करेंगे और इस मामले को लेकर न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाएंगे। नगर पालिका की इस कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं कि आखिर किसके हित में ये फैसले लिए जा रहे हैं..? रहवासियों ने चेतावनी दी है कि यदि नगरीय प्रशासन ने जल्द स्थिति स्पष्ट नहीं की, तो वें बड़े आंदोलन के लिए मजबूर होंगे।

इनका कहना है :-
नगर पालिका प्रशासन बिना सोचे-समझे निर्माण कार्य करवा रहा है। पहले से बने कम्युनिटी हॉल की हालत खराब है, उसकी मरम्मत नहीं की जा रही, और अब नए निर्माण के लिए पेड़ों की कटाई की जा रही है। यदि प्रशासन ने जल्द कोई ठोस निर्णय नहीं लिया, तो हम सड़कों पर उतरकर विरोध करेंगे। – सुभाष जायसवाल, रहवासी

इनका कहना है :-
नगर पालिका की कार्यशैली पर कई बार सवाल उठ चुके हैं। यहां मनमाने तरीके से काम किया जाता है, बिना जनसुनवाई और बिना उचित अनुमति के। हम इस मामले को लेकर जल्द ही वरिष्ठ अधिकारियों से मिलेंगे और जरूरत पड़ी तो न्यायालय भी जाएंगे। – राकेश असोलिया, पार्षद

नालछा थाना द्वारा साइबर अपराध के खिलाफ जागरूकता अभियान

नालछा। नालछा थाना प्रभारी राहुल चौहान द्वारा साइबर अपराध के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें ग्रामीणों को साइबर अपराधों के बारे में जानकारी दी जा रही है और उन्हें ऑनलाइन सुरक्षा के बारे में जागरूक किया जा रहा है। इस अभियान के तहत राहुल चौहान और उनकी टीम ग्रामीण चौक और तिराहों पर जाकर लोगों को साइबर अपराधों के बारे में जानकारी दे रहे हैं और उन्हें ऑनलाइन सुरक्षा के बारे में जागरूक कर रहे हैं।
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य लोगों को साइबर अपराधों के बारे में जागरूक करना और उन्हें ऑनलाइन सुरक्षा के बारे में जानकारी प्रदान करना है। राहुल चौहान ने कहा कि पूरा पुलिस प्रशासन लोगों की मदद के लिए हमेशा तत्पर रहेगा और अगर किसी भी प्रकार की घटना होती है तो नजदीकी थाने में जाकर जानकारी दें या फिर हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत दर्ज करवाई जा सकती है। यह अभियान नालछा थाने की एक अच्छी पहल है और इससे लोगों को साइबर अपराधों के बारे में जागरूक करने में मदद मिलेगी।