महू राइडर्स क्लब की मानसून राइड : ऐतिहासिक जल महल का किया भ्रमण
महू। महू राइडर्स क्लब द्वारा इंदौर से लगभग 60 किमी दूर, धार ज़िले में स्थित ऐतिहासिक जल महल, सदलपुर तक मानसून राइड का आयोजन किया गया। इस राइड में करीब 40 राइडर्स ने हिस्सा लिया और बारिश के खुशनुमा मौसम में इतिहास और प्राकृतिक सौंदर्य का अनुभव किया।
इस राइड का नेतृत्व क्लब के प्रेसिडेंट डॉ. सौरभ मोहंती और वरिष्ठ राइडर ललित पुरोहित ने किया। राइड की योजना और सभी व्यवस्थाएँ क्लब के वाइस प्रेसिडेंट शारिक अंसारी द्वारा की गईं, जिनकी मेहनत और समर्पण ने इस आयोजन को सफल और व्यवस्थित बनाया। गौरव पाटीदार और समर्थ शर्मा, जो क्लब के ग्रुप ऑफिशियल और टेल राइडर्स हैं, उन्होंने पूरे ग्रुप को एकजुट और सुरक्षित बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

जल महल, सदलपुर का अपना एक ऐतिहासिक महत्व है। इसे वर्ष 1511 में मांडू के सुल्तान नसीर-उद-दीन खिलजी द्वारा बनवाया गया था। बगड़ी नदी के किनारे स्थित यह महल अपने सुंदर वास्तुकला, विशाल गुंबदों, आर्चड पिलर्स और छत पर बने लाइट हाउस के लिए प्रसिद्ध है। ऐतिहासिक विवरणों के अनुसार, 1580 में सम्राट अकबर भी यहाँ कुछ समय के लिए ठहरे थे।

महू राइडर्स क्लब शहरवासियों से यह अपील करता है कि जिस तरह हम अपने घर और शहर को स्वच्छ रखते हैं, उसी तरह हमें इंदौर और आसपास के पर्यटन स्थलों को भी स्वच्छ और सुंदर बनाए रखना चाहिए। क्लब का संदेश है कि हम सभी इतने सजग रहें कि हमारे सामने कोई कचरा न फेंके और यदि ऐसा हो, तो उसे सही स्थान पर डालने के लिए प्रोत्साहित करें। आने वाले समय में महू राइडर्स क्लब इस तरह की और भी ऐतिहासिक व रोमांचक राइड्स का आयोजन करेगा, जिसमें नए और पुराने सभी राइडर्स को शामिल होने का आमंत्रण दिया जाता है।
मानसून की आमद : किसानों ने शुरू किया बुआई कार्य
विरान 15 पर्यटक स्थलो पर प्रतिबंध, कलेक्टर ने किये आदेश जारी, पातालपानी में उमडेगी पर्यटको की भीड़
महू। मानसून पूरी तरह से अपनी आमद दर्ज कर चुका है। रिमझीम बारिश के बाद उमस भरी गर्मी से लोगों को बड़ी राहत मिली है। बादलो की घनघोर काली घटाओ और ठंडी हवाओं ने मौसमी पारे को भी लुड़का दिया है। इधर खेतो में पर्याप्त नमी आने के बाद विकासखंड में किसानों ने खासकर सोयाबीन, मक्का, ज्वार, मंगफली आदि फसलो के बुआई कार्य की शुरूआत कर दी है। माना जा रहा है पूरा साप्ताह किसान बुआई कार्य को करेंगे।
पातालपानी की और बढ़ने लगे सैलानियों के कदम

हल्की रिमझिम बारिश के साथ पिछले तीन दिनों से मौसम खुशनुमा हो चुका है। विकासखंड के प्रमुख पर्यटन स्थल पातालपानी का दुधिया झरना भी बह निकला है। शुक्रवार को सुहाने मौसम के चलते कई पर्यटन प्रेमी पातालपानी की खुशनुमा वादियों को निहारने पहुंचे। हालांकि पर्यटको की यह संख्या आज शनिवार और इससे अधिक कल रविवार को यहां देखने को मिलेगी। इसी तरह महू मंडलेश्वर मार्ग पर स्थित जाम गेट राहगीर के लिए किसी स्वार्ग से कम नहीं है। राहगीर सहित पर्यटन प्रेमी यहां इस मार्ग पर पहुंच अपने वाहनों के पहिए कुछ देर के लिए यहीं रोक रहे है। यहां का नजारा शीमला से कुछ कम नहीं है। घनघोर घटाएं और मालवा के टापू से निमाड़ का तल, कटीले पहाड़ वहां की वादियों को और अधिक खुशनुमा बनाएं हुए है। एक तरह से यहां आसमान और धरती के मिलाप का नजारा हर किसी को लुभाता है।
15 से अधिक पर्यटक स्थानो पर लगा प्रतिबंध
इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने महू विकासखंड़ के ऐसे 15 पर्यटक स्थलो पर प्रतिबंध लगा दिया है जो पूर्णतः सुनसान और घटना और वारदातो को जन्म देते रहे है। कलेक्टर ने विकासखंड के तिंछा फॉल, चोरल फॉल, चोरल डेम, सीतलामाता फॉल, कजलीगढ़, मेहंदी कुण्ड, जामन्या कुण्ड, मोहाडी फॉल, रतबी वॉटरफॉल, लोहिया कुण्ड, जूनापानी, चिड़िया भड़क, बामनिया कुण्ड, जोगी भड़क, हत्यारी खो आदि एकांत वाले पर्यटन स्थनों पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया है। यह प्रतिबंध भारतीय नागरिक सुरक्षा अधिनियम 2023 की धारा 163 (1) (2) के अंतर्गत जन स्वास्थ्य एवं लोक शांति बनाए रखने के उद्देश्य से लगाया है। साथ ही कलेक्टर आशीष सिंह ने संबंधित थाना प्रभारियों को आदेश का कड़ाई से पालन कराने के निर्देश भी दिये है। वहीं स्थानीय जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तथा नगरीय निकाय के मुख्य नगर पालिका अधिकारी को उक्त स्थलों पर सूचना बोर्ड लगाने के निर्देश भी दिये है। निर्देश में यह भी कहा गया कि यदि प्रतिबंधात्मक आदेश का कोई भी उल्लंघन करता है तो उसके विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 223 के अंतर्गत अपराधिक प्रकरण दर्ज कर अभियोजन की कार्रवाई की जाएगी।
अवैध पटाखा फैक्ट्री पर देपालपुर पुलिस की बड़ी कार्रवाई
थाना प्रभारी रणजीत सिंह बघेल की सूझबूझ और टीमवर्क से टला बड़ा हादसा, 500 किलो सुतली बम बरामद
संदीप सेन
देपालपुर। ग्राम जलोदियापार में संचालित अवैध पटाखा फैक्ट्री का देपालपुर पुलिस ने भंडाफोड़ कर क्षेत्र को एक बड़े संभावित हादसे से बचा लिया है। देपालपुर पुलिस को विश्वसनीय सूचना प्राप्त हुई कि संजय शर्मा नामक व्यक्ति द्वारा गांव जलोदियापार के बाहर खेत में बने एक गोडाउन में अवैध रूप से पटाखों का निर्माण किया जा रहा है। इस सूचना को गंभीरता से लेते हुए थाना प्रभारी रणजीत सिंह बघेल ने तत्काल कार्रवाई की योजना बनाई और एक टीम गठित कर मौके पर दबिश दी। दबिश के दौरान पुलिस को गोडाउन के भीतर से भारी मात्रा में अवैध विस्फोटक सामग्री मिली, जिसमें लगभग 500 किलो सुतली बम और पटाखे बनाने के उपकरण व रसायन शामिल थे। पुलिस ने मौके से दो आरोपियों संजय शर्मा और हिमांशु शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है।
प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि आरोपीगण लंबे समय से अवैध रूप से पटाखों का निर्माण कर रहे थे और उन्हें आसपास के क्षेत्रों में खपाने की तैयारी में थे। इस महत्वपूर्ण कार्रवाई की आधारशिला खुफिया जानकारी रही, जिसे देपालपुर थाना के खुफिया विभाग के जिम्मेदार पुलिसकर्मी कांस्टेबल राजपाल गुर्जर ने बड़ी सतर्कता और गोपनीयता के साथ एकत्रित किया। राजपाल गुर्जर की सजगता और सूझबूझ के चलते पुलिस को समय रहते सही जानकारी प्राप्त हुई, जिसने इस पूरी कार्रवाई को दिशा दी। थाना प्रभारी रणजीत सिंह बघेल की तीव्र निर्णय क्षमता, खुफिया सूचना पर त्वरित एक्शन लेने की शैली और नेतृत्व क्षमता की जितनी सराहना की जाए उतनी कम है। उन्होंने न सिर्फ एक संगठित अवैध कारोबार पर प्रहार किया, बल्कि क्षेत्र को एक संभावित त्रासदी से भी बचा लिया। इस अभियान में उनकी अगुवाई निर्णायक सिद्ध हुई। इस सफल कार्रवाई को अंजाम देने में सहायक उप निरीक्षक कृष्ण कुमार राय, प्रधान आरक्षक 813 देवकरण रावले, आरक्षक 1774 रवि सिंह तोमर, 2455 विरेन्द्र पटेल और 750 सुनील गिरवाल ने भी अहम भूमिका निभाई। टीम ने संयम, साहस और सतर्कता का परिचय देते हुए बिना किसी जोखिम के कार्रवाई को अंजाम तक पहुंचाया। स्थानीय नागरिकों व सामाजिक संगठनों ने थाना देपालपुर की इस पहल की सराहना करते हुए कहा है कि थाना प्रभारी रणजीत सिंह बघेल जैसे कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी और उनकी दक्ष टीम क्षेत्र में कानून व्यवस्था को लेकर आमजन के विश्वास को मजबूत करते हैं। इस कार्रवाई से स्पष्ट हो गया है कि अवैध गतिविधियों में लिप्त व्यक्तियों के खिलाफ देपालपुर पुलिस किसी भी स्तर तक जाकर कठोर कदम उठाने में सक्षम है। सूत्रों के अनुसार बरामद सामग्री की मात्रा और प्रकार को देखते हुए इस मामले को विस्फोटक अधिनियम और अन्य गंभीर धाराओं में दर्ज कर जांच आगे बढ़ाई जा रही है। वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा भी टीम की पीठ थपथपाई गई है। देपालपुर पुलिस की यह कार्रवाई आने वाले त्योहारों में शांति और सुरक्षा बनाए रखने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हुई है।
प्रसव के लिए आई महिला से डॉ. चुरिहार ने किया बुरा बर्ताव, निरीक्षण पर पहुंचे एसडीएम को हुई शिकायत
महू। महू का शासकीय मध्य भारत हॉस्पिटल अपनी बदहाली, और अव्यवस्थाओं के साथ ही खासकर प्रसव के लिए हॉस्पिटल में पहुंचने वाली महिलाओं के साथ चिकित्सक द्वारा की जा रही बदसलूकी को लेकर लम्बे समय से सुर्खियों में बना हुआ है। सोमवार को भी प्रसव के लिए आई एक महिला की सांस ने मध्य भारत हॉस्पिटल की महिला चिकित्सक डॉ. रीना चुरिहार पर बहू से बदसलूकी करने के आरोप लगाए है।
महूगांव सुपरसिटी निवासी कल्पना त्रिपाठी ने बताया कि सोमवार सुबह सात बजे मैं अपनी बहू हर्षिता त्रिपाठी को प्रसव के लिए हॉस्पिटल लेकर पहुंची थी। यहां पदस्थ मेटरनिटी कर्मचारी हर्षिता को प्रसव के लिए ऑपरेशन थिएटर में लेकर गए थे। कुछ समय बाद महिला चिकित्सक डॉ. रीना चुरिहार ऑपरेशन थिएटर में पहुंची और मेरी बहू हर्षिता को बिना प्रसव के ही थिएटर से बाहर कर दिया, आरोप है कि थिएटर के अंदर डॉ. रीना चुरिहार ने हर्षिता के साथ बदसलूकी की, इसके बाद डॉ. चुरिहार ने एक अन्य महिला को ऑपरेशन थिएटर में ले लिया और ऑपरेशन करने लगी। इससे परिजन आक्रोशित हो उठे। बताया जाता है हर्षिता का ऑपरेशन डॉ. प्रिती पाठक करने वाली थी। लेकिन चिकित्सकों की अनबन के चलते डॉ. चुरिहार ने हर्षिता को ओटी से बाहर कर दिया
निरीक्षण पर पहुंचे एसडीएम को शिकायत
सोमवार सुबह एसडीएम राकेश परमार और तहसीलदार विवेक सोनी एक अन्य मामले में हॉस्पिटल का औचक निरीक्षण करने पहुंचे थे। इस दौरान सुपरसिटी निवासी कल्पना त्रिपाठी ने डॉ. रीना चुरिहार पर कई गंभीर आरोप लगाए। इसके बाद एसडीएम ने दोनों पक्षों की सुनवाई की। मौके पर पहुंची पुलिस ने डॉ. रीना चुरिहार और कल्पना त्रिपाठी के बयान भी लिए है।
डॉ. रीना चुरिहार की दर्जनों शिकायत
महू के मध्य भारत हॉस्पिटल में पदस्थ महिला चिकित्सक डॉ. रीना चुरिहार का बर्ताव किसी से छुपा नहीं है। मध्य भारत से दर्जनों शिकायत डॉ. चुरिहार के बुरे बर्ताव को लेकर अब तक सामने आ चुकी है। यहीं नहीं डॉ. चुरिहार की हॉस्पिटल के स्टॉफ के साथ ही अन्य महिला चिकित्सको से भी पटरी नहीं बैठती। कारण मुंहफट, और बड़बोलापन है। इधर डॉ. रीना चुरिहार अपने आप को बे-कसूर बताती है, उनका कहना है कि हॉस्पिटल में उनके खिलाफ षड्यंत्र रचा जा रहा है, तांकि वें यहां से ट्रांसफर ले ले।
एक साल बाद भी भेरूसिंह पुलिस गिरफ्त से दूर जेल की 20 फीट ऊंची दीवार फांद कर भाग था
महू। पिछले साल जून माह के पहले साप्ताह में केसरबर्डी निवासी भेरूसिंह महू उपजेल की लगभग 20 फीट ऊंची दीवार को फांद कर भाग निकला था। इस मामले में भेरूसिंह की तलाश के लिए महू पुलिस ने एक विशेष टीम गठित की थी। लेकिन साल भर बीत जाने के बाद भी महू पुलिस के हाथ खाली ही रहे। बता दे कि भेरूसिंह थाना बड़गोंदा क्षेत्र के केसरबर्डी का निवासी है। जो धारा 376 के अपराध में जेल में बंद था। भेरूसिंह के जेल से फरार होने के बाद महू कोतवाली थाने में उसके खिलाफ प्रकरण दर्ज हुआ था। गठित की गई पुलिस टीम ने शुरूआत दौर में खुब जांच पड़ताल और छानबिन की, लेकिन समय के साथ भेरूसिंह की तलाश भी ठंडे बस्ते में चली गई।
376 आरोपी जगदीश ने की थी ममद
भेरूसिंह को जेल से भगाने में एक अन्य 376 के आरोपी जगदीश पिता रमेश ने मदद की थी। महू पुलिस ने जगदीश का भी न्यायालय से रिमांड लेकर पूछताछ की थी। मामले में महू पुलिस ने भेरूसिंह को जेल से भगाने के मामले में जगदीश को भी आरोपी बनाया। लेकिन जगदीश ने जितना बताया उतना शायद महू पुलिस के लिए काफी नहीं था। इधर भेरूसिंह के घरवालो के मुताबिक उनका भेरूसिंह से अब तक कोई संपर्क नहीं हो सका है। परिवार भी भेरूसिंह को खोजते खोजते हताश हो गया।
आरोपी युवक के खिलाफ दुष्कर्म, पास्को एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज
मध्यभारत हॉस्पिटल के टॉयलेट से नवजात का शव मिलने का मामला
महू। शासकीय मध्यभारत हॉस्पिटल के कॉमन टॉयलेट में एक नवजात का शव मिला था। इस बात का खुलासा तब हुआ, जब हॉस्पिटल के टॉयलेट से एक कुत्ता नवजात के शरीर के एक भाग को मुंह में दबोचकर हॉस्पिटल में घूमता नजर आया। मामला महू पुलिस तक पहुंचा और पड़ताल हुई तो पता चला कि रात्रि दो बजे बाद पेट दर्द की शिकायत लेकर पहुंची 17 वर्षीय नाबालिग ने हॉस्पिटल के कॉमन टॉयलेट में नवजात (लड़की) को जन्म दिया और साथ आई मां के साथ दबे पैर हॉस्पिटल से लौट गई।
इस मामले में तीन दिन बाद महू पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर नाबालिग व उसकी मां को बीएनएस की धारा 94 के तहत नोटिस देकर गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने नाबालिग का मेडिकल भी कराया है। इसके अलावा मामले में महू पुलिस ने नाबालिग के ग्राम कालाकुंड लोधिया क्षेत्र के एक युवक के खिलाफ दुष्कर्म एवं पास्को एक्ट की धारा के तहत महू थाने में प्रकरण दर्ज कर केस डायरी सिमरोल पुलिस को सौंपी है। अब मामले में आगे की जांच और कार्रवाई सिमरोल पुलिस करेगी।
मां भी बेटी के गर्भ से अनजान थी
पुलिस की पड़ताल में सामने आया कि नाबालिग के गर्भ से उसकी मां भी अनजान थी। नाबालिग ने हॉस्पिटल पहुंचने के बाद मां को गर्भ की बात बताई, यह सुनते ही मां ने नाबालिग को एक तमाचा भी जड़ा, जो हॉस्पिटल के सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ। इसके बाद मां के साथ नाबालिग हॉस्पिटल में पहुंची और पेट दर्द की शिकायत बताई। यहां मौजूद डॉ. रेखा सोनी ने मेटरनिटी वार्ड में चेकअप के लिए भेजा, लेकिन वहां न जाते हुए नाबालिग सीधे टॉयलेट में पहुंच गई और बच्ची को जन्म दे दिया। कुछ देर बाद मां भी टॉयलेट में पहुंची तो जन्मी बच्ची को देख सकपका गई। मां नवजात को वहीं छोड़ नाबालिग को लेकर सीधे हॉस्पिटल से बाहर चली गई।
सिमरोल पुलिस करेगी कार्रवाई
इस मामले में अब सिमरोल पुलिस आरोपी युवक की तलाश में जुट गई है, जिसने नाबालिग के साथ कृत्य किया। बताया जाता है युवक ने बहला-फुसलाकर नाबालिग के साथ यह कृत्य किया था।
हॉस्पिटल के बाहर कांग्रेस का प्रदर्शन

मंगलवार को स्थानीय कांग्रेसियों ने हॉस्पिटल परिसर के बाहर जमकर प्रदर्शन करते हुए हॉस्पिटल स्टाफ पर लापरवाही के आरोप लगाए। कांग्रेसियों का कहना था कि अगर डॉक्टर मरीज को ठीक ढंग से अटेंड करते तो शायद नवजात की मौत नहीं होती। कांग्रेसियों ने लापरवाह स्टाफ के प्रति हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग को लेकर एक ज्ञापन भी नायब तहसीलदार राधावल्लभ धाकड़ को सौंपा। वहीं एक अन्य नेता ने कहा कि मध्यभारत में इतना बड़ा कांड हो गया और महू की नेतृत्वकर्ता तीन प्रमुख नेत्रियों ने संज्ञान तक लेना उचित नहीं समझा, यह अपने आप में निंदनीय है।