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चर्चा पीथमपुर के शासकीय कार्यक्रम की …जहां जमकर हुई सियासत

आमंत्रण पत्र से प्रभारी मंत्री का नाम गायब …तो नगर पालिका अध्यक्ष को भी रखा गया दूर

धार। जी हां पढ़ने में थोड़ा अटपटा जरूर लगेगा लेकिन सच यही है। पीथमपुर में नए तहसील कार्यक्रम का उद्घाटन हुआ। कार्यक्रम बेहद भव्य किया गया , पत्रिका छपवाई गई , ढेरों से बंटवाई गई। भारतीय जनता पार्टी के तमाम नेताओं व कार्यकर्ताओं को बुलाया गया। बड़ा मंच, हजारों स्क्वायर फीट में टेंट और लाजवाब भोजन का आयोजन किया गया। लेकिन कार्यक्रम पूरी तरह विवादास्पद रहा।

सोशल मीडिया पर आमंत्रण पत्र वायरल है। काफी चर्चा है। सुर्खियां इस बात की ज्यादा है कि शासकीय कार्यक्रम को एक निजी कार्यक्रम का रूप दिया गया। एसडीएम प्रमोद गुर्जर और तहसीलदार जयस राठौर पर दूसरे गुट के लोग अंदुरूनी रूप से नाराजगी व्यक्त करते नज़र आए। कार्यक्रम में चर्चा इस बात की थी आमंत्रण पत्र पर प्रभारी मंत्री कैलाश विजयवर्गीय का कोई नाम नहीं है। अधिकारी भी यहां राजनीति करते नजर आए। वही कांग्रेस की तरफ से भी आरोप प्रत्यारोप का दौर चल रहा है कि नगरपालिका अध्यक्ष सेवंतीबाई सुरेश पटेल को भी कार्यक्रम से दूर रखा गया।

एसडीएम और तहसीलदार पर इस तरह के तमाम आरोप लगे आखिर क्यों भाजपा का वर्मा गुट का हर एक कार्यकर्ता जहां कार्यक्रम में नजर आया वही विजयवर्गीय समर्थकों ने कार्यक्रम से दूरी बनाई और हो भी क्यों न आखिरकार कैलाश विजयवर्गीय प्रभारी मंत्री है और यहां उद्घाटन कार्यक्रम में उनका नाम तक नहीं है।

चर्चाओं का बाजार तब और सियासी हो गया जब मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री सावित्री ठाकुर और विशेष अतिथि धरमपुरी विधायक कालू सिंह ठाकुर भी नज़र नही आए। क्यों नही आए? क्या कारण था? भगवान जाने, लेकिन यह भी पूरी तरह सियासी लगा।

सबसे बड़ी बात यह रही कि तहसील की सबसे बड़ी कड़ी पटवारियों से जुड़ी होती है। कार्यक्रम का इतना अधिक निजीकरण हुआ कि पटवारियों तक को आमंत्रण नही दिए गए। कुछ पटवारी सूत्रों की माने तो उन्हें जान बूझकर इस कार्यक्रम से दूर किया गया। पटवारी समूह भी एसडीएम और तहसीलदार से नाराज है।

सैलाना में अस्पताल कर्मियों की लापरवाही से हुई नवजात की मौत

पिता ने लगाया अस्पताल प्रशासन पर गंभीर आरोप व की जांच की मांग

सैलाना। कालिका माता रोड निवासी कृष्णा पिता देवीलाल ग्वाला ने गुरुवार दोपहर सैलाना एसडीएम मनीष जैन को एक शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया कि सैलाना के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के कर्मियों की लापरवाही के कारण उनकी पत्नी के गर्भस्थ बच्चे की मौत हो गई है। जिम्मेदार लापरवाही करने वाले कर्मियों के खिलाफ कार्यवाही की जाए।


   प्रार्थी कृष्णा ने एसडीएम को लिखित में शिकायत कि 23 मार्च रविवार सुबह 9ः00 बजे सैलाना के अस्पताल में डिलीवरी के लिए पत्नी को लेकर गए थे। जहां पर उपस्थित नर्स ने गर्भवती पत्नी को देखकर कहा कि अभी बच्चा होने में दो-तीन दिन की देरी है। इसलिए वें इसे वापस घर ले कर जाएं। उपस्थित नर्स के कहे अनुसार वे अपनी पत्नी को घर ले आए। लेकिन उसी दिन यानी 23 मार्च और 24 मार्च की दरमियानी रात 1ः00 बजे उनकी पत्नी को फिर प्रसव पीड़ा हुई तो फिर वे उन्हें पुनः अस्पताल गए। फिर वहां ड्यूटी नर्स ने चेकअप कर 15 घंटे का समय बताकर उनकी पत्नी को भर्ती नहीं किया। पुनः वे फिर नर्स के कहे अनुसार पत्नी को लेकर घर ले आए। शिकायत कर्ता कृष्णा का कहना है कि मात्र 1 घंटे पश्चात ही फिर उन्हें प्रसव पीड़ा हुई। किसी तरह थेलागाड़ी में डालकर पत्नी को अस्पताल ले जाने लगे तब रास्ते में ही उनकी पत्नी को डिलीवरी हो गई और बच्चे की भी मृत्यु हो गई। शिकायतकर्ता कृष्णा ने बच्चे की मौत का जिम्मेदार अस्पताल प्रशासन को ठहराया है एवं शिकायत में जांच कर जिम्मेदार दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।

जांच की जाएगी –
कालिका माता रोड निवासी कृष्णा का शिकायती आवेदन मिला है जिसमें उन्होंने अपने बच्चे की मृत्यु के लिए अस्पताल प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है। आवेदन पर जांच की जाकर उचित कार्रवाई की जाएगी। 2 दिन पूर्व भी सोशल मीडिया पर भी इस प्रकार की जानकारी आने पर यह शिकायती पत्र मिलने के पूर्व ही मैंने सी.एच.एम.ओ. रतलाम को यह जानकारी देकर अवगत करा दिया था।
मनीष जैन, एसडीएम सैलाना।

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अतिक्रमण पर फिर चला बुलडोजर, अवैध निर्माण तोड़े, मुक्त कराई भूमि

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रसूखदारों के अतिक्रमण पर नहीं आई कोई आंच

महू। पिछले छह दिनों में महू कैंटबोर्ड ने दूसरी बड़ी कार्रवाई मंगलवार को की है। इस दौरान कैंट अमले ने मोती महल चोराहा से लेकर चना गोदाम तक के कई अवैध अतिक्रमणों को तोड़ा है। महू में लम्बे अरसे के बाद कैंट बोर्ड ने दल बल के साथ अवैध अतिक्रमण मुहिम चलाते हुए पहली कार्रवाई गुरुवार को की, जबकि दूसरी कार्रवाई मंगलवार दोपहर को की। दोनों ही कार्रवाई में तकरीबन सवा सो से अधिक अवैध कब्जो व अतिक्रमणों को ढहाया है। दोनों ही कार्रवाई के दौरान कैंट प्रशासन के अलावा महू एसडीएम राकेश परमार, तहसीलदार विवेद सोनी, एसडीओपी दिलीप सिंह, थाना प्रभारी राहुल शर्मा, सहित भारी भरकम पुलिस फोर्स मौजूद रहा।

अंदाजे बयां में फिका है बोर्ड

महू कैंट बोर्ड ने जिस अंदाज में कार्रवाई की पेशकश की थी, वैसी कार्रवाई धरातल पर देखने को नहीं मिली है। पहली कार्रवाई के शुरूआती चरण में लगा था कि कैंटबोर्ड सख्त लहजा इख्तयार कर चुका है। कैंटबोर्ड बगैर किसी पक्षपात के छोटे बड़े सभी अवैध अतिक्रमणों को ढहाएगा। लेकिन दोनों ही कार्रवाई में हरगिज ऐसा नहीं हुआ। अब तक की गई कार्रवाई में कैंटबोर्ड ने घरों व दुकानों के बाहर के टीन शेड़, अवैध गुमटी, नाले एवं नालियों के कुछ कब्जो के अलावा चार से पांच ऐसे छोटे मकान व दुकानों की दिवारो को ढहाया जो कब्जा कर बनाई गई थी। लोगों का खुला आरोप है कि कैंटबोर्ड कार्रवाई में पक्षपात कर रहा है। कुछ के अवैध निर्माण तो कुछ रसूखदारों को बख्श रहा है। कुछ लोगों ने यह भी कहा कि कैंट बोर्ड उन स्थानों पर कार्रवाई नहीं कर रहा जहां आज भी बगैर अनुमति के अवैध रूप से भवन व काम्पलेक्स आदि का निर्माण जारी है। क्या वें अवैध अतिक्रमण की श्रेणी में नहीं आ रहे है?  

तिरपाल की आढ़ में बन रहा सलीम का अवैध मकान
पहली कार्रवाई के दौरान पत्ती बाजार क्षेत्र में जिस कुए को कब्जा मुक्त करा कर कैंटबोर्ड द्वारा कार्रवाई की इतिश्री कर ली गई। ठीक उसी कुए के सामने सलीम अलमारी वाला तिरपाल की आढ़ में अगैर अनुमति कॉम्पलेक्स बना रहा है। कैंट बोर्ड चीफ इंजीनियर हरिशंकर कलोया को इस संदर्भ में पूरी जानकारी है। इन्ही के इशारे पर दो माह पूर्व कैंट बोर्ड का अमला उक्त निर्माण के कार्य को रुकवाने भी पहुंचा था। लेकिन फिर ऐसा क्या हुआ कि कैंट बोर्ड ने सलीम के इस निर्माणाधीन अवैध कॉम्प्लेक्स की और झाकने से भी परहेज शुरू कर दी। पहली कार्रवाई के दौरान स्थानीय लोगों ने मांग उठाई थी कि सलीम के बगैर अनुमति तिरपाल की आढ़ में बन रहे मकान को भी ढहाया जाए। लेकिन कैंटबोर्ड के कतिपय अधिकारियों को यह बात रास न आई और उन्होंने कार्रवाई रोक कदम पिछे खिच लिए।

दो को भेजा जेल
मंगलवार को अतिक्रमण मुहिम के दौरान सात रास्ता पर कार्रवाई चल रही थी। कार्रवाई के दौरान बिलाल पिता मोहम्मद वसीर निवासी मोहन टॉकीज एवं जाकिर पिता मोहम्मद वसीर निवासी बंड़ा बस्ती कार्रवाई का विरोध कर शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करने का काम कर रहे थे। मौजूद पुलिसकर्मियों द्वारा भी दोनों को समझाइश दी गई। बावजूद दोनों कार्रवाई के दौरान माहौल खराब करने का प्रयास कर रहे थे। लिहाजा दोनों को हिरासत में लेकर महू थाने ले जाया गया। बाद दोनों के खिलाफ पुलिस द्वारा धारा 170,126,135(3) बीएनएसएस के तहत प्रकरण दर्ज कर महू एसडीएम के समक्ष पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।

महू हिंसा से कार्रवाई का कोई संबंध नहीं
महू में अतिक्रमण के विरूद्ध कार्रवाई जारी है। इस कार्रवाई को कुछ लोग महू में हुई हिंसा से जोड़ कर भी देख रहे है। लेकिन कैंट अधिकारियों का साफ कहना है कि यह कार्रवाई रूटीन कार्रवाई है। इसका महू में हुई हिंसा से कोई संबंध नहीं। कैंट बोर्ड के चीफ इंजीनियर हरिशंकर कलोया ने भी कहा कि यह कार्रवाई नाली एवं नालो पर किये गए कब्जो को हटाने के लिए की जा रही है।

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रंग पंचमी पर रंगो से सराबोर होगा महू शहर

महू में निकलेगी दो गेर, जमकर उड़ेगा गुलाल

कोलाहल मचाने वालों की खैर नही : एएसपी द्विवेदी

महू। होली के बाद अब रंग पंचमी पर महू में जमकर रंग गुलाल उड़ेगा। रंग पंचमी पर्व के तहत अंचल के तमाम प्रमुख गांवो में होली गीतों के साथ पारंपरिक (फाग यात्रा) गेर सादगी पूर्वक निकाली जाएगी। इधर महू में दो स्थानों से वृहद स्तर पर गेर निकलेगी, जिनमें शहर के सैकड़ों लोग शामिल होकर रंगो की मस्ती में झूमेंगे। वहीं अंचल के सिमरोल में भी वृहद स्तर पर गेर निकाली जाएगी। उक्त गेर सिमरोल को रंगो से सराबोर करते हुए उत्साह, उमंग और उल्लास के साथ निकलेगी। गेर के मद्देनजर पुलिस प्रशासन एक बार फिर अलर्ट पर है, पुलिस न सिर्फ गेर की अगवानी करेंगी, बल्कि जिन मार्गो से गेर गुजरगे वहां पूर्व से चाक चौबंद व्यवस्था के साथ खांसी चौकसी बरतेगी।

कैला माता से निकलेगी गेर

महू के गोकुलगंज स्थित कैला माता चौक से कैला माता उत्सव समिति द्वारा आज पंचमी के मौक पर रंगारंग गेर निकाला जाएगी। समिति के प्रमुख विशाल अग्रवाल ने जानकारी में बताया कि उक्त गेर में गुलाल उड़ाने के लिए विशेष पीचकारी (मोटर पम्प) को बुलवाया गया है। गेर के माध्यम से सौहार्द स्थापित करने, नागरीको से अपील करता होडिंग चलीत वाहन में लगाया जाएगा। फाग गीतो पर रंग गुलाल उड़ाते हुए गेर शहर के एमजी रोड़ से फुल चौक, सराफा और यहां से ड्रीमलेंड होते हुए बॉम्बे बाजार के रास्ते सांघ स्ट्रीट, हरिफाटक होते हुए मोती चौक, छोटा बाजार में प्रवेश करेंगी यहां से गैर पुनः एमजी रोड़ के रास्ते प्रारंभ स्थल पर पहुंचकर समाप्त होंगी। सुबह 11.30 बजे गेर प्रारंभ होगी जिसका समापन दोपहर 3 से 4 बजे के लगभग होगा।

कनार्ट रोड़ से भी निकलेगी गेर

इधर महू के कनार्ट रोड़ से भी रंगारंग गेर निकाली जाएगी। गेर की शुरूआत कनार्ट रोड़ से सुबह 10.30 बजे होगी जिसका समापन दोपहर 1 बजे के लगभग पुनः प्रारंभ स्थल पर होगा। आयोजक आशीष पलसानी, विकास अग्रवाल एवं अंकुश चिड़वाल ने जानकारी में बताया कि पारंपरिक गेर में बेलगाडी एवं टेक्टर ट्राली से गुलाल उड़ाया जाएगा। बैंड पर फाग गीतो की प्रस्तुतियां होगी जिन पर गेर में शामिल लोग रंगो की मस्ती में झूमले हुए पंचमी का उत्सव मनाएंगे। गेर मेन स्ट्रीट, कोतवाली चोक, सांघी स्ट्रीट, गोपाल मंदिर, हरिफाटर, मोती चोक, छोटा बजार, सराफा बजार से पारसी गली से उपर चढ़कर मेन स्ट्रीट के रास्ते पुनः प्रारंभ स्थल पर पहुंच कर समाप्त होगी।

सिमरोल में निकलेगी परंपरागत गेर

रंगपंचमी के मौके पर सिमरोल ग्राम में भव्य फाग यात्रा (गेर) का आयोजन श्री नीलकंठेश्वर महादेव फाग महोत्सव समिति द्वारा किया गया। यात्रा सुबह 8.30 बजे शिव मंदिर प्रांगण से शुरू होकर मुख्य ग्राम में भ्रमण कर पंचायत परिसर में समाप्त होगी। यात्रा में मुख्य रूप से होली के लोक गीत, बजरबट्टू, आदिवासी लोक नृत्य, रंग गुलाल की बौछार आकर्षण का केंद्र रहेंगे। यात्रा में समिति द्वारा विभिन्न जगहों पर स्टाल लगाकर अल्पाहार की व्यवस्था भी की गई है।

35 प्वाइंट पर बैरिकेडिंग

महू में निकलने वाली गेर को लेकर पुलिस प्रशासन ने रूट प्लान तैयार किया है। एएसपी रूपेश कुमार द्विवेदी के मुताबिक महू शहर में दो अलग अलग स्थानों से गेर निकलेगी। दोनों ही गेरो में तकरीबन 1 घंटे का अंतराल होगा। दोनों ही गेरों के साथ पुलिस की मौजूदगी होगी। जिन मार्गो से गेर निकलेगी वहां अतिरिक्त पुलिस फोर्स की तैनाती रहेगी। पुलिस हर मूवमेंट पर नजर बनाएं रखेगी। कोलाहल मचाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। इधर महू थाना प्रभारी राहुल शर्मा ने बताया कि मार्गो के 35 कट प्वाइंटों को चिन्हित कर बैरिकेडिंग की गई थी। जरूरत के अनुरूप प्रमुख मार्ग व चौराहों से लेकर सकरी गलियों तक में पुलिस की तैनाती गई है।

गजराज पर सवार होकर आएगी मॉ दुर्गा, यह खुशहाली के संकेत – मंहत आनंदगिरी

30 मार्च से प्रारंभ होंगी चैत्र नवरात्रि, श्री महंत ने बताए महत्व और पूजनविधि

श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा, श्री सिद्ध बाबा श्याम गिरी सवाई दिल्ली दरबार के इंदौर मंडल के श्री महंत आनंद गिरि जी महाराज ने बताया कि इस साल नवरात्रि विशेष रूप से फलदायी होगी, क्योंकि देवी भगवती का आगमन और प्रस्थान वाहन जगराज (हाथी) है, जो की शुभता और समृद्धि का प्रतीक माना गया है। चैत्र नवरात्रि का पहला दिन हिंदू नववर्ष का प्रतीक भी है, और इसी दिन गुड़ी पड़वा तथा 2082 विक्रम संवत्सर का शुभारंभ होता है।

महंत आनंद गिरि जी महाराज


देवी गजराज पर करेगी आगमन और प्रस्थान

श्री महंत आनंद गिरी जी महाराज ने बताया कि इस बार नवरात्रि का आरंभ और समापन दोनों रविवार को हो रहा है, जिससे मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आएंगी और इसी पर प्रस्थान करेंगी। हाथी पर माता का आगमन बेहद मंगलकारी, सुखद माना जाता है, जो अच्छे वर्षा चक्र, सुख, समृद्धि और खुशहाली का संकेत देता है। श्री महंत बताते है कि देवी की सवारी से आने वाले समय की स्थिति का अंदाजा लगाया जाता है, जिसमें प्रकृति, कृषि और देश-विदेश समाज पर पड़ने वाले प्रभाव शामिल होते हैं।


शुभ योग –
श्री महंत ने ज्योतिषी गणना एवं पंचांग अध्ययन से कहा कि इस बार चैत्र नवरात्रि के पहले दिन यानी घटस्थापना तिथि पर सर्वार्थ सिद्धि योग और इंद्र योग का निर्माण हो रहा है। इसके साथ ही शिववास योग का भी संयोग है। इन योग में जगत जननी आदिशक्ति मां दुर्गा की पूजा करने से साधक की हर मनोकामना पूरी होगी। साथ ही जीवन में सुखों का आगमन होगा।


कलश स्थापना मुहूर्त

प्रतिपदा तिथि प्रारंभः 29 मार्च 2025, शाम 4ः27 बजे
प्रतिपदा तिथि समाप्तः 30 मार्च 2025, दोपहर 12ः49 बजे
कलश स्थापना का शुभ मुहूर्तः सुबह 6ः13 बजे से 10ः22 बजे तक
अभिजीत मुहूर्तः दोपहर 12ः01 बजे से 12ः50 बजे तक

नवरात्रि में माँ दुर्गा के नौ स्वरूपः
नवरात्रि के नौ दिनों में देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों 1. माँ शैलपुत्री, 2. माँ ब्रह्मचारिणी, 3. माँ चंद्रघंटा, 4. माँ कूष्मांडा, 5. माँ स्कंदमाता, 6. माँ कात्यायनी, 7. माँ कालरात्रि,  8. माँ महागौरी, 9. माँ सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है।

माँ शैलपुत्री : माता दुर्गा के नौ रूपों में से प्रथम रूप देवी शैलपुत्री का है जो चंद्रमा का दर्शाती हैं। देवी शैलपुत्री के पूजन से चंद्रमा से जुड़ें दोषों का निवारण होता हैं।

माँ ब्रह्मचारिणी : ज्योतिषीय दृष्टिकोण से माँ ब्रह्मचारिणी द्वारा मंगल ग्रह को नियंत्रित किया जाता हैं। माता के पूजन से मंगल ग्रह के नकारात्मक प्रभाव दूर होते हैं।

माँ चंद्रघंटा : देवी दुर्गा का तीसरा स्वरूप देवी चंद्रघण्टा शुक्र ग्रह को नियंत्रित करने का कार्य करती हैं। इनके पूजन से शुक्र ग्रह के दुष्प्रभाव कम होते हैं।

माँ कूष्मांडा : भगवान सूर्य का पथ प्रदर्शन करती हैं देवी कुष्मांडा, इसलिए इनकी पूजा द्वारा सूर्य के शुभ प्रभावों से बचा जा सकता है।

माँ स्कंदमाता : देवी स्कंदमाता की पूजा से बुध ग्रह सम्बंधित दोष और नकारात्मक प्रभाव कम होते हैं।

माँ कात्यायनी : माता कात्यायनी के पूजन से बृहस्पति ग्रह से जुड़ें दुष्प्रभावों का निवारण होता हैं।

माँ कालरात्रि : शनि ग्रह को माता कालरात्रि नियंत्रित करती हैं और इनकी पूजा से शनि देव के अशुभ प्रभाव दूर होते हैं।

माँ महागौरी : माँ दुर्गा का अष्टम स्वरूप देवी महागौरी की पूजा से राहु ग्रह सम्बंधित दोषों का निदान होता है।

माँ सिद्धिदात्री : देवी सिद्धिदात्री द्वारा केतु ग्रह को नियंत्रित किया जाता हैं और इनके पूजन से केतु के बुरे प्रभावों का निवारण होता हैं।

कन्या पूजन और राम नाम का जप
नवरात्रि के नौवें दिन रामनवमी का पर्व मनाया जाता है। यह दिन विशेष रूप से भगवान राम की पूजा और जप के लिए है, और इसे नवरात्रि का समापन माना जाता है। नवरात्रि के आखिरी दिन कन्या पूजन का विशेष महत्व है। इस दिन छोटी कन्याओं को देवी के रूप में पूजा जाता है और उन्हें भोजन और उपहार दिए जाते हैं। यह भक्तों की श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक है।

देपालपुर पुलिस बनी देवदूत: चायवाले विशाल प्रजापति के दृष्टिहीन जुड़वा बच्चों के इलाज के लिए बढ़ाया मदद का हाथ

देपालपुर।इंसानियत और सेवा की मिसाल पेश करते हुए देपालपुर पुलिस ने विशाल प्रजापति के जुड़वा बच्चों के नेत्र ऑपरेशन के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की है। विशाल प्रजापति, जो देपालपुर नगर के इंदौर नाके स्थित कौशिक कॉम्प्लेक्स में चाय की दुकान चलाते हैं, उनके दोनों बच्चे जन्म से ही दृष्टिहीन हैं। बड़े शहरों के डॉक्टरों ने इलाज से साफ इंकार कर दिया था, लेकिन अब एमवायएच के डॉक्टरों की सलाह पर हैदराबाद के प्रसिद्ध एल.वी. प्रसाद नेत्र अस्पताल में उनका ऑपरेशन होने जा रहा है।

आंखों की रोशनी के लिए संघर्ष

विशाल प्रजापति ने अपने बच्चों की रोशनी वापस लाने के लिए हर संभव कोशिश की। धार और इंदौर के डॉक्टरों से लेकर एमवायएच तक, हर जगह उन्होंने उम्मीद लगाई, लेकिन डॉक्टरों ने स्पष्ट कर दिया कि उनकी आंखों में रोशनी वापस लाने की कोई संभावना नहीं है। परंतु, एल.वी. प्रसाद नेत्र अस्पताल में डॉक्टरों ने बताया कि बच्चों की आंखों के पर्दे उड़ गए हैं और ऑपरेशन के जरिए उनमें लेंस डाला जाएगा। 19 मार्च को होने वाले इस ऑपरेशन में बच्चों की एक-एक आंख का ऑपरेशन किया जाएगा, और यदि यह सफल रहता है, तो दूसरी आंखों का ऑपरेशन भी किया जाएगा।

देपालपुर पुलिस का मानवीय चेहरा
जब देपालपुर पुलिस को विशाल प्रजापति की स्थिति के बारे में पता चला, तो उन्होंने बिना किसी देरी के उनकी सहायता के लिए हाथ बढ़ाया। विशाल, जो पुलिस थाने में चाय पहुंचाने का काम भी करते थे, उनकी परेशानी जानकर पुलिसकर्मियों ने आर्थिक सहायता जुटाई।

देपालपुर पुलिस द्वारा आर्थिक योगदान
टीआई रणजीतसिंह बघेल 5000 रुपये, अनिल कटारे 5000 रुपये, राजपाल गुर्जर 5000 रुपये, शैलेंद्र परमार 5000 रुपये, विजयसिंह डामर 3000 रुपये, तुकाराम वर्मा 1000 रुपये, विजयसिंह तोमर 2000 रुपये रवि तोमर 2000 रुपये, देवकरण रावलें 2000 रुपये, राधेश्याम गावड़ 2000 रुपये, कृष्ण कुमार राय 2000 रुपये, नरेश अवस्थी 1000 रुपये, दिनेश वर्मा 2000 रुपये, देवेंद्र गुर्जर 2000, सुनील गिरवाल 2000 रुपये, गणेश कुशवाह 2000 रुपये राशि दी है। अब तक पुलिसकर्मियों ने कुल 43,000 रुपये की सहायता राशि दी है, और अन्य लोग भी मदद के लिए आगे आ रहे हैं।

संकट की घड़ी में उम्मीद की किरण
यह मामला एक बार फिर साबित करता है कि मानवता आज भी जीवित है। पुलिस, जो आमतौर पर कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए जानी जाती है, उसने इस बार अपनी सामाजिक जिम्मेदारी निभाते हुए एक गरीब पिता को उसके बच्चों की रोशनी लौटाने में सहायता दी।

आइए, हम भी करें मदद
विशाल प्रजापति जैसे मेहनती व्यक्ति के बच्चों के इलाज के लिए हम सबको भी मदद के लिए आगे आना चाहिए। यह कोई साधारण इलाज नहीं, बल्कि दो बच्चों की जिंदगी को रोशनी से भरने का अवसर है। यदि कोई भी इस नेक कार्य में योगदान देना चाहता है, तो विशाल प्रजापति मो.न.9516882848 से संपर्क कर सकता है और उनकी आर्थिक सहायता कर सकता है।
“एक छोटी-सी मदद, दो नन्हीं आंखों में रोशनी भर सकती है!”

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ब्राह्मणों से मारपीट और निर्मम हत्या के मामले में सख्त कार्रवाई की मांग

सर्व ब्राह्मण समाज ने पीथमपुर थाना प्रभारी को सौंपा ज्ञापन

पीथमपुर। रीवा के महुगंज में ब्राह्मण युवक सनी द्विवेदी को बंदी बनाकर उसकी हत्या कर दी गई। पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में लेने की कोशिश की तो पुलिस कर्मी राम चरण गौतम की भी हत्या कर दी गई। घटना के बाद पीथमपुर में ब्राह्मण समाज के लोगों में आक्रोश देखा गया। सोमवार को सर्व ब्राह्मण समाज के लोगों ने पीथमपुर थाना सेक्टर 1 पर पहुंच कर रीवा के मऊगंज में हुई घटना के विषय में पीथमपुर थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंपा और ब्राह्मणों पर हो रहे अपराध को नियंत्रित कर आरोपियों पर कठोर करवाई की मांग की। इस दौरान …ओर जब-जब ब्राह्मण बोला है, राज सिंहासन डोला है के नारे लगाए। जापान लेने के बाद थाना प्रभारी ओपी अहीर ने ब्राह्मण समाज के लोगों से कहा पुलिस महानिदेशक तक आपका ज्ञापन जल्द पहुंचा दिया जाएगा। वही ब्राह्मण समाज के हरिकेश द्विवेदी ने बताया पिछले 2 साल में ऐसी कई घटनाएं हुई है जिसका जिक्र हमने ज्ञापन में किया है। हमारी शासन से मांग है कि अपराधियों पर कड़ा अंकुश लगाया जाए, उन पर कठौर कार्रवाई की जाए एवं ब्राह्मणों की सुरक्षा के मद्धेनजर इस तरह की घटनाओं का संज्ञान लिया जाए। ज्ञापन देते समय ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष रमेश चंद्र मिश्रा, प्रदीप द्विवेदी, हरिकेश द्विवेदी, आलोक पांडे, मनोज द्विवेदी, अर्चित शर्मा, अनिल द्विवेदी, रमेश तिवारी, रमेश मिश्रा, सुधांशु ओझा एवं ब्राह्मण समाज के कई लोग मौजूद थे।