आमंत्रण पत्र से प्रभारी मंत्री का नाम गायब …तो नगर पालिका अध्यक्ष को भी रखा गया दूर
धार। जी हां पढ़ने में थोड़ा अटपटा जरूर लगेगा लेकिन सच यही है। पीथमपुर में नए तहसील कार्यक्रम का उद्घाटन हुआ। कार्यक्रम बेहद भव्य किया गया , पत्रिका छपवाई गई , ढेरों से बंटवाई गई। भारतीय जनता पार्टी के तमाम नेताओं व कार्यकर्ताओं को बुलाया गया। बड़ा मंच, हजारों स्क्वायर फीट में टेंट और लाजवाब भोजन का आयोजन किया गया। लेकिन कार्यक्रम पूरी तरह विवादास्पद रहा।

सोशल मीडिया पर आमंत्रण पत्र वायरल है। काफी चर्चा है। सुर्खियां इस बात की ज्यादा है कि शासकीय कार्यक्रम को एक निजी कार्यक्रम का रूप दिया गया। एसडीएम प्रमोद गुर्जर और तहसीलदार जयस राठौर पर दूसरे गुट के लोग अंदुरूनी रूप से नाराजगी व्यक्त करते नज़र आए। कार्यक्रम में चर्चा इस बात की थी आमंत्रण पत्र पर प्रभारी मंत्री कैलाश विजयवर्गीय का कोई नाम नहीं है। अधिकारी भी यहां राजनीति करते नजर आए। वही कांग्रेस की तरफ से भी आरोप प्रत्यारोप का दौर चल रहा है कि नगरपालिका अध्यक्ष सेवंतीबाई सुरेश पटेल को भी कार्यक्रम से दूर रखा गया।
एसडीएम और तहसीलदार पर इस तरह के तमाम आरोप लगे आखिर क्यों भाजपा का वर्मा गुट का हर एक कार्यकर्ता जहां कार्यक्रम में नजर आया वही विजयवर्गीय समर्थकों ने कार्यक्रम से दूरी बनाई और हो भी क्यों न आखिरकार कैलाश विजयवर्गीय प्रभारी मंत्री है और यहां उद्घाटन कार्यक्रम में उनका नाम तक नहीं है।

चर्चाओं का बाजार तब और सियासी हो गया जब मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री सावित्री ठाकुर और विशेष अतिथि धरमपुरी विधायक कालू सिंह ठाकुर भी नज़र नही आए। क्यों नही आए? क्या कारण था? भगवान जाने, लेकिन यह भी पूरी तरह सियासी लगा।
सबसे बड़ी बात यह रही कि तहसील की सबसे बड़ी कड़ी पटवारियों से जुड़ी होती है। कार्यक्रम का इतना अधिक निजीकरण हुआ कि पटवारियों तक को आमंत्रण नही दिए गए। कुछ पटवारी सूत्रों की माने तो उन्हें जान बूझकर इस कार्यक्रम से दूर किया गया। पटवारी समूह भी एसडीएम और तहसीलदार से नाराज है।