महू। मनुष्य मात्र एक जीव नहीं एक सामाजिक प्राणी है समाज ही उसका जीवन, उसका विकास और उसकी पहचान है , यह जब समाज के बीच आकर लेते हैं तब समाज की शक्ति अनंत हो जाती है, संगठित समाज केवल बाहरी रूप से ही मजबूत नहीं होता है , बल्कि वह हर सदस्य को भावात्मक सुरक्षा संस्कृतिक गौरव और सामाजिक सम्मान की अनुभूति प्रदान करता है, संगठित समाज ही सम्मान और समृद्धि का हकदार है,
यह विचार चौरसिया समाज के राष्ट्रीय प्रवक्ता द्वारका चौरसिया ने मुख्य अतिथि के रूप में उद्घाटित कि
अध्यक्षता करते हुए सकल तंबोली समाज की राष्ट्रीय महामंत्री कीर्ति मोदी ने उद्बोधित किया कि आज हर समाज का व्यक्ती अपने खुद के स्वार्थ और उपलब्धियों के पीछे दौड़ रहा है, उन्हें समाज से कोई लेना देना नहीं है , इस समय ऐसे आयोजन समाज को जोड़ने सहेजने और संवारने का काम करते हैं, इस से हम एक जुट होते हैं, हमारी पहचान मजबूत होती है व आवाज बुलंद होती है , विशेष अतिथि एडवोकेट वीरेंद्र पटेल सुशीला चौरसिया, व सतीश चौरसिया रहे।
आरंभ में अतिथियों का स्वागत नीति चौरसिया, एकता चौरसिया, शिव चौरसिया अमितेश चौरसिया अनंत चौरसिया व अजय चौरसिया ने किया अतिथि परिचय एडवोकेट उमेश चौरसिया द्वारा दिया गया ,
अतिथियों द्वारा समाज के वरिष्ठों का सम्मान किया गया तथा समाज के युवाओं की सराहनीय सेवा व समाज को एक सूत्र में बांधने के लिए सम्मानित किया एवं इस पर्व के आयोजन को सुषुप्त अवस्था से पुनर्जागरण की ओर ले जाने के सफल प्रयास कि सराहना की गयी एवं इसी प्रकार से निरंतरता रखने का आव्हान किया गया, युवाओं ने उक्त वचन पूर्ण करने सहृदय संकल्प लिया ,
प्रतिभावान छात्रों को प्रोत्साहित करने हेतु सोहन चौरसिया एवं राम चौरसिया द्वारा पृथक-पृथक अपनी-अपनी ओर से पुरस्कृत किया गया ,
समाज की गतिविधियों का विवरण आनंद चौरसिया द्वारा दिया गया व नाग पंचमी के महत्व को गायन के रूप में अंकेश चौरसिया व बबलू चौरसिया द्वारा बताया गया, प्रसिद्ध लेखक सुनील चौरसिया द्वारा अपने सारगर्भित विचार समाज के लिए रखे गए कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर संगीता चौरसिया व मीना चौरसिया द्वारा किया गया आभार प्रदर्शन सोहनलाल चौरसिया द्वारा व्यक्त किया गया।