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जगदीश टाटा शोरूम पर फर्जीवाड़े का आरोप, चार माह से वाहन मालिक भटक रहा, न पंजीयन प्रमाण-पत्र मिला न अंक-पट्टिका

देपालपुर। देपालपुर में स्थित जगदीश टाटा शोरूम पर एक ग्राहक ने बड़ा धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। देपालपुर निवासी लोकेश पिता जगदीश पवाँर ने देपालपुर थाने में शिकायती आवेदन देकर बताया कि उसने दिनांक 26 फरवरी 2025 को जगदीश टाटा शोरूम, बेटमा मार्ग, देपालपुर से टाटा कंपनी की कर्व क्रिएटिव प्लस एस मॉडल नामक चारपहिया वाहन खरीदा था, परन्तु शोरूम द्वारा न तो उसे इच्छानुसार वाहन का अंक (नंबर) दिलवाया गया और न ही आज तक उसके वाहन के कोई काग़ज़ दिए गए हैं। लोकेश पवाँर ने अपनी शिकायत में कहा कि उसने दिसंबर 2024 में ही वाहन की बुकिंग कर ली थी और बुकिंग के समय शोरूम के विक्रय सहायक (सेल्समैन) अजय कायस्थ और गौरव पटेल को स्पष्ट कह दिया था कि उसे अपनी गाड़ी के लिए “एमपी 13 जेड एल 1212” अंक चाहिए। शोरूम के कर्मचारियों ने भरोसा दिलाया था कि वे उसे यही अंक आवंटित करवाएँगे। इसके बाद, अजय कायस्थ ने कहा कि यह अंक नहीं मिल पा रहा, अतः किसी एजेंट के माध्यम से इसे लेना पड़ेगा। इसके पश्चात लोकेश ने अपने एजेंट के माध्यम से पंद्रह हजार रुपए का शासन-शुल्क कटवाकर “एमपी 13 जेड एल 1212” अंक अपने नाम से आवंटित करवा लिया और उस अंक का मूल दस्तावेज तथा अन्य काग़ज़ शोरूम को दे दिए।

गलत अंक थमा दिया शोरूम ने

शिकायत के अनुसार, वाहन खरीदने के लगभग तीन महीने बाद दिनांक 24 मई 2025 को जगदीश टाटा शोरूम की इंदौर मुख्य शाखा की दिव्या नामक कर्मचारी का फ़ोन आया और उसने लोकेश को बताया कि उसके वाहन का अंक “एमपी 13 जेड एस 1813” दर्ज हो गया है। यह सुनकर लोकेश को गहरा धक्का लगा। जब उसने अजय कायस्थ से इस विषय में बातचीत की तो वह टालमटोल करता रहा और बोला कि वह कार्यालय में बात करेगा। चार महीने बीत जाने पर भी लोकेश को न तो उसके वाहन का पंजीयन प्रमाण-पत्र (आरसी कार्ड) मिला और न ही अंक-पट्टिका (नंबर प्लेट)। दस्तावेज़ों के अभाव में कई बार पुलिस द्वारा उसका चालान काटा जा चुका है, जिससे उसे आर्थिक और मानसिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोकेश का आरोप है कि अजय कायस्थ और शोरूम प्रबंधन ने मिलकर उसके साथ धोखाधड़ी की है और उसे फर्जी वाहन बेच दिया गया है। अब वह पुलिस से माँग कर रहा है कि उसे उसके वाहन का वास्तविक अंक “एमपी 13 जेड एल 1212” दिलवाया जाए। लोकेश ने अपनी शिकायत के साथ पंद्रह हजार रुपए की चॉइस अंक की पर्ची, वाहन की खरीद-फरोख्त सम्बन्धी लिखित दस्तावेज़ तथा वाहन आवेदन क्रमांक की प्रतिलिपियाँ पुलिस को सौंपी हैं।

पुलिस जाँच में जुटी

थाना प्रभारी देपालपुर ने बताया कि आवेदन प्राप्त हुआ है। दस्तावेजों की जाँच कर आगे की कार्यवाही की जाएगी। उधर, जगदीश टाटा शोरूम, देपालपुर के जिम्मेदारों से सम्पर्क की कोशिश की गई, लेकिन समाचार लिखे जाने तक उनका पक्ष प्राप्त नहीं हो सका। ग्राहक लोकेश ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र उसे न्याय नहीं मिला, तो वह उपभोक्ता विवाद निवारण मंच और न्यायालय की शरण लेगा।

गुजरी बाईपास पर लूट की वारदात, नकाबपोशों ने परिवार पर किया हमला, 10 लाख की लूट

सड़क पर मदद को तरसता रहा परिवार, राहगीरों ने मुंह मोड़ा, बदमाशों ने की बेरहमी से मारपीट

न टीआई, न सुरक्षा व्यवस्था, लूट, मारपीट और अव्यवस्था से डगमगाया धामनोद थाना क्षेत्र

धामनोद। धामनोद थाना के एबी रोड स्थित गुजरी बाईपास यात्री प्रतीक्षालय के सामने एक दर्दनाक वारदात घटी। खरगोन से इंदौर जा रहे महाजन परिवार की कार क्रमांक एमपी 10 सीबी 2814 पंचर हुई। वह नीचे उतरे, गाड़ी का टायर बदला ही था कि तभी अचानक पांच नकाबपोश बदमाश आ धमके। लाठी पत्थर से लैस इन युवकों ने परिवार के पुरुषों और महिलाओं पर लकड़ी-पत्थरों से हमला कर दिया। गंभीर मारपीट के बाद बदमाशों ने सोने की तीन चैन, सोने की चार चूड़ियां, चांदी का एक कड़ा, नगदी 3500 रुपए और पर्स सहित लगभग 10 लाख रुपये की लूट को अंजाम दिया और फरार हो गए। सबसे दुखद बात ये रही कि रेखा सचिन महाजन और निशि महाजन मदद के लिए राहगीरों को रोकने की कोशिश करती रहीं, लेकिन कोई भी नहीं रुका।

घटना की सूचना मिलते ही धामनोद पुलिस के रोड गश्त कर रहे मुनसिंह एवं ड्राइवर श्यामलाल मौके पर पहुंचे। जानकारी लगते ही धामनोद से कई समाजजन भी मौके पर पहुंचे। बाद सूचना धामनोद एसडीओपी मोनिका सिंह को दी गई। एसडीओपी मोनिका सिंह ने देर रात घटनास्थल का निरीक्षण किया। वही वल्लभ सुरेश चंद्र महाजन, सचिन सुरेश चंद महाजन और शारदा महाजन को धामनोद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। जहां पर प्राथमिक उपचार कर हालत गंभीर होने से रेफर किया गया। ज्ञात रहे कि एक और जहां गणपति घाट क्षेत्र में पथराव की घटनाएं आए दिन हो रही थी, जो अभी थमी नहीं की उसके 3 किलोमीटर के नजदीकी ही आरोपियों द्वारा बड़ी लूट की घटना को अंजाम दिया गया। विगत दिनों धामनोद थाना प्रभारी संतोष दूधी को लाइन अटैच कर दिया गया था एवं अभी वर्तमान में उप निरीक्षक नारायण कटारे को धामनोद थाने का प्रभार दे रखा है। नए टीआई की नियुक्ति न होना भी पुलिस की कार्यवाही पर प्रश्न चिन्ह खड़े कर रहा है। क्योंकि देर रात लुटेरों द्वारा महिला शारदा बाई के कान में पहनी हुई बाली निकालने के लिए छिनी। जिससे उसका कान में गंभीर चोट आई जिसे रेफर किया गया है।

अवैध पटाखा गोडाउन पर सांवेर पुलिस का छापा

सांवेर। सांवेर पुलिस ने थीराखेड़ी काकड़ क्षेत्र में पप्पू डाबी के खेत पर बने एक गोडाउन में छापा मारा है। पुलिस को यहां से अवैध पटाखा का जखीरा बरामद हुआ है। यह कार्यवाही ग्रामीण एसपी हितिका वासल एवं एएसपी रूपेश कुमार द्विवेदी के निर्देशन एवं एसडीओपी प्रशांत भदौरिया के नेतृत्व में थाना प्रभारी गिरिजा  शंकर मोहबीया की टीम द्वारा की गई है। पुलिस ने करीब 4 लाख रुपए कीमत का पटाखा व सामग्री को जब्त किया है।

थाना प्रभारी गिरिजा शंकर मोहबीया के मुताबिक उन्हे पटाखा गोडाउन एवं फ्रेट्रियों में जांच के निर्देश एसपी हितिका वासल से प्राप्त हुए थे। इसी बीच पुलिस को सूचना मिली की ग्राम थीराखेडी काकड थाना सांवेर क्षेत्र के अंतर्गत पप्पू डाबी के खेत पर बने गोडाउन पर अवैध रूप से पटाखा (सुतली बम) का निर्माण किया जा रहा है। लिहाजा थाना प्रभारी ने टीम बनाकर दबिश देते गोडाउन की तलाशी ली। जिसमें पाया कि प्लास्टिक की 12 बोरियों में करीब 360 किलो सुतली बम पाए गए। साथ ही मौके से पटाखा निर्माण में उपयोग की जाने वाली सामग्री एल्युमिनियम पाउडर, सल्फर पाउडर, प्लास्टिक के टप, ट्रे, छलनी, चाकू, लोहे की तराजू कुल कीमत करीब 4 लाख को जब्त किया गया। मामले में आरोपी रमेश पिता माधु सिंह निवासी 425 /5 समाजवाद नगर इंदौर के विरुद्ध अपराध क्रमांक 301/2025 धारा 9 (ख) विस्फोटक अधिनियम 1884 के विरुद्ध प्रकरण दर्ज किया गया।


इस कार्यवाही में थाना प्रभारी सांवेर गिरिजा शंकर महोबिया, उनि. आशिक हुसैन, प्र.र 1352 दिनेश वर्मा, आर. 393 राजेश, 1317 राकेश मीणा, आर. 4807 योगीराज सिंह राजपूत का सराहनीय योगदान रहा।