देपालपुर। जनपद पंचायत देपालपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी मोहनलाल वर्मा ने गुरुवार को प्रशासनिक सेवा के 37 वर्षों की गरिमामयी यात्रा पूरी कर सेवानिवृत्ति प्राप्त की। उनके सम्मान में जनपद सभागार में आयोजित विदाई समारोह ने एक भावुक लेकिन गरिमामयी वातावरण का रूप ले लिया। दोपहर ढाई बजे आरंभ हुए कार्यक्रम का समापन देर शाम हुआ, जिसमें जनपद से जुड़ा हर वर्ग उनके स्नेह, सरलता और सेवाभाव का साक्षी बना।
जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि गुमानसिंह पंवार ने मंच से मोहनलाल वर्मा को भावभीनी विदाई देते हुए कहा कि वर्मा ने अल्प समय में भी जनपद की कार्यप्रणाली को नई दिशा दी। उनका कार्यकाल न केवल प्रशासनिक दृष्टि से उल्लेखनीय रहा, बल्कि मानवीय मूल्यों की स्थापना के लिए भी याद किया जाएगा।
समारोह में जनपद सदस्य, ग्राम पंचायतों के सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक और जनपद स्टाफ की उपस्थिति इस बात की साक्षी रही कि वर्मा ने केवल आदेश नहीं दिए, बल्कि हर किसी के साथ समन्वय बनाकर कार्य संस्कृति को नया आयाम दिया। सभी ने पुष्पमालाएं पहनाकर और शुभकामनाओं के साथ उनके योगदान को सलाम किया।
कार्यक्रम के दौरान एक भावुक क्षण तब आया जब पंचायत कर निरीक्षक सुभाष पटेल के आग्रह पर मोहनलाल वर्मा और उनकी धर्मपत्नी ने एक-दूसरे को वरमाला पहनाकर उस रिश्ते को मंच पर सजीव कर दिया जो वर्षों से एक-दूसरे का संबल बना रहा। यह दृश्य सभागार में उपस्थित सभी जनों के लिए अविस्मरणीय बन गया।
सरपंच संघ की ओर से बलदेव पटेल ने वर्मा को सम्मानपूर्वक सफा बांधा। वहीं सचिव संघ अध्यक्ष मोहनलाल मकवाना ने स्मृति चिन्ह भेंट कर उनके योगदान को चिरस्मरणीय बताया।
जनपदकर्मी राजेन्द्र खरे, जितेन्द्र शर्मा, राजेन्द्र गांगले, पंचायत सचिव विक्रम नागर, रमेश वर्मा, भूपेंद्र मकवाना और योगेश शर्मा सहित सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने वर्मा को सेवानिवृत्ति की शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
समारोह के पश्चात भव्य भोज का आयोजन किया गया, जिसमें सौहार्द और अपनत्व की भावनाएं परिलक्षित होती रहीं। मोहनलाल वर्मा की विदाई न केवल एक अधिकारी की सेवानिवृत्ति थी, बल्कि एक युग के अंत की तरह महसूस की गई—जिसमें सेवा, समर्पण और सजगता की मिसालें स्थापित हुईं।