खाद की भारी किल्लत, रबी की बुवाई संकट में, किसान परेशान
इंदौर–महू–सिमरोल। जिले की सहकारी संस्थाओं में इन दिनों खाद की जबरदस्त किल्लत देखने को मिल रही है। रबी की फसल की बुवाई का समय चल रहा है, लेकिन किसानों को ज़रूरत के मुताबिक खाद नहीं मिल पा रहा है। हालात ऐसे हैं कि किसानों को सुबह 5 बजे से लाइन में लगना पड़ रहा है, फिर भी अधिकांश किसानों को खाद नहीं मिल पा रहा।
प्रत्येक संस्था पर प्रतिदिन मात्र 40 से 50 टोकन ही वितरित किए जा रहे हैं और एक किसान को अधिकतम 5 बोरी यूरिया ही दी जा रही है। इससे हजारों किसान खाद के लिए भटकने को मजबूर हैं।
संस्थाओं के प्रबंधन का कहना है कि जितना खाद उन्हें उपलब्ध कराया जा रहा है, वह पूरा का पूरा किसानों को बांटा जा रहा है। उनका दावा है कि खाद की सप्लाई सीमित है, लेकिन जल्द ही इसकी उपलब्धता में सुधार होगा। हालांकि किसानों में इस स्थिति को लेकर गहरा आक्रोश है। उनका कहना है कि हर साल रबी और खरीफ सीजन में खाद की कमी होती है, लेकिन सरकार इस समस्या का स्थायी समाधान नहीं कर पा रही है।
एक किसान ने नाराज़गी जताते हुए कहा, जब सरकार को पता है कि इस समय खाद की जरूरत होगी, तो पहले से इंतजाम क्यों नहीं किए जाते? हर साल हमें लाइन में लगकर अपमानित होना पड़ता है। किसानों की मांग है कि सरकार इस स्थिति को गंभीरता से लेते हुए खाद की आपूर्ति सुनिश्चित करे और वितरण व्यवस्था को पारदर्शी बनाए।