मानपुर। ग्राम खेडीसिहोद में दूध व्यापारी के साथ हुई लूट की घटना का मानपुर पुलिस ने महज 24 घंटे में पर्दाफाश कर दिया। चौंकाने वाली बात यह रही कि व्यापारी के साथ रोजाना काम करने वाला उसका ड्राइवर और हेल्पर ही इस वारदात के मास्टरमाइंड निकले। पुलिस ने कुल छह आरोपियों में से चार को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो अब भी फरार हैं।
घटना 19 नवंबर की रात की है, जब दूध व्यापारी कमल सिंह रघुवंशी अपने ड्राइवर आवेश खान और हेल्पर समीर शाह के साथ दूध बिक्री की राशि लेकर खेडी सिहोद लौट रहे थे। रात करीब साढ़े आठ बजे चौनपुरा मोड़ के पास चार बदमाशों ने उनकी पिकअप रोक ली और कमल सिंह पर चाकू से हमला कर उनसे करीब दो लाख रुपये लूट लिए। व्यापारी ने घटना की रिपोर्ट मानपुर थाने में दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने गंभीरता से विवेचना शुरू की।
पूछताछ के दौरान ड्राइवर व हेल्पर के बयान एक-दूसरे से मेल नहीं खा रहे थे, जिससे पुलिस को उन पर संदेह हुआ। कड़े सवालों के बीच दोनों टूट गए और स्वीकार किया कि उन्होंने ही अपने परिचित विनय डावर, संजय चंदेल, रामलाल उर्फ रामू भाभर और भूरा उर्फ भरत चौहान के साथ मिलकर पूरी वारदात की योजना बनाई थी। दोनों ने व्यापारी के पास मौजूद नकदी की जानकारी अपने साथियों को दी और पहले से तय जगह पर पिकअप रोककर लूट करवाने की व्यवस्था की।
पुलिस ने ड्राइवर आवेश खान, हेल्पर समीर शाह, विनय डावर और संजय चंदेल को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि भूरा उर्फ भरत चौहान और रामलाल उर्फ राजूू भाभर फरार हैं। जांच में यह भी सामने आया कि विनय डावर और संजय चंदेल पर बड़गोंदा थाने के पातालपानी में मोबाइल लूट का मुकदमा दर्ज है। जबकि भूरा उर्फ भरत चौहान व रामलाल उर्फ रामू भी विनय डावर के साथ बडगोंदा थाने के दो लुट के मामले में आरोपी है। जबकि संजय चंदेल पर मानपुर में चोरी और मारपीट के प्रकरण पंजीबद्ध हैं।
गिरफ्तार किए गए दो आरोपियों को पुलिस रिमांड पर लिया गया है, जिससे लूटी गई रकम, वारदात में प्रयुक्त मोटरसाइकिल, चाकू और पिकअप की चाबी की बरामदगी की जा सके। पुलिस टीम में थाना प्रभारी लोकेन्द्र सिंह हिहोर, एएसआई त्रिलोक बोरासी, एएसआई निलेश यादव और अन्य स्टाफ की सक्रिय भूमिका रही।
