जीवन खरीवाल रिपोर्टर
धार जिले का कानवन थाना, जहां क़ानून का हर हर्फ़ अनुशासन और निडरता की गूंज बनकर गूंजता है, उसकी शान और गरिमा का केंद्र हैं प्रधान आरक्षक रामेंद्र सिंह चौहान। अपनी असाधारण सूझबूझ, दृढ़ निश्चय और अद्वितीय कार्यशैली से उन्होंने न केवल पुलिस विभाग में अपनी अमिट छवि बनाई, बल्कि अपराध जगत के लिए आतंक और कानून-व्यवस्था के लिए संरक्षक बन गए।
एक योद्धा, जिसकी धार से अपराधी थर्राते हैं
रामेंद्र सिंह चौहान की मौजूदगी मात्र से असामाजिक तत्वों की रीढ़ कांपने लगती है। उनकी बेहतर पेट्रोलिंग, बेजोड़ रणनीति और सूचनाओं का अचूक तंत्र अपराधियों के लिए एक अभेद्य दीवार बन चुकी है। अवैध कारोबारियों की काली करतूतें उनके नाम से ही दम तोड़ देती हैं, और गुंडे-बदमाश उनकी छाया तक से भयभीत रहते हैं।
फिटनेस और कर्तव्यपरायणता की मिसाल
जहां पुलिस सेवा में कर्तव्यपरायणता ही सबसे बड़ा दायित्व होता है, वहीं रामेंद्र सिंह चौहान अपनी फिटनेस और अनुशासन से भी प्रेरणा का स्रोत बन चुके हैं। वे न केवल कानून व्यवस्था बनाए रखने में निपुण हैं, बल्कि उनकी शानदार शारीरिक फिटनेस और आत्मसंयम उन्हें स्मार्ट और अनुकरणीय पुलिस अधिकारी के रूप में स्थापित करते हैं।
कार्यशैली की गूंज, डीआईजी से लेकर सिपाही तक सम्मान
उनकी सूझबूझ और असाधारण कार्यशैली की सराहना केवल कानवन टीआई या बदनावर एसडीओपी तक सीमित नहीं है, बल्कि धार एडिशनल एसपी, एसपी और डीआईजी स्तर तक उनके कार्यों की गूंज सुनाई देती है। उनके नेतृत्व में कानवन थाना अपराध मुक्त समाज की ओर अग्रसर है, और जनता के मन में पुलिस के प्रति विश्वास नई ऊंचाइयों को छू रहा है।
रामेंद्र सिंह चौहान: पुलिस विभाग का उज्ज्वल सितारा
अगर भोपाल के पुलिस डिप्टी कमिश्नर सचिन अतुलकर स्मार्ट अफसर के रूप में जाने जाते हैं, तो धार जिले में प्रधान आरक्षक रामेंद्र सिंह चौहान को पुलिस महकमे का अडिग स्तंभ कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी। वे केवल वर्दीधारी अधिकारी नहीं, बल्कि कानून के प्रहरी, समाज के रक्षक और युवा पुलिसकर्मियों के लिए प्रेरणा स्त्रोत हैं।
अपराध पर सख्त, जनता के लिए समर्पित
रामेंद्र सिंह चौहान जहां अपराधियों के लिए कठोर प्रहार हैं, वहीं आम जनता के लिए सौम्यता और सुरक्षा की प्रतिमूर्ति। उनके कार्यों की बदौलत कानवन थाना क्षेत्र आज भयमुक्त और शांतिप्रिय समाज की ओर अग्रसर है। उनका समर्पण, परिश्रम और अनुशासन ही उन्हें पुलिस विभाग का एक अद्वितीय नायक बनाता है। रामेंद्र सिंह चौहान जैसे साहसी, निडर और तेजस्वी पुलिस अधिकारी ही समाज को सुरक्षित रखने का आधार बनते हैं। उनकी निष्ठा, कर्तव्यपरायणता और प्रभावी कार्यशैली से धार जिले का नाम पुलिस विभाग के स्वर्णिम इतिहास में दर्ज हो चुका है।