पुलिस की सख्ती से शराब खोरी पर भी लगा विराम, हडदंग करने वालो ने छोड़ा क्षेत्र
सिमरोल। जिले के प्रमुख पर्यटन स्थलो में शुमार सिमरोल क्षेत्र का तिंछा फाल इन दिनो सैलानियों के लिए शांति सुकून और तफरीह का जरिया बना हुआ है। इसके अलावा सैलानी कजलीगढ़ और अन्य प्राकृतिक स्थलो पर भी हर दिन पहुंच रहे है। इस लिहाज से सिमरोल पुलिस लगातार तिंछाफाल सहित अन्य पर्यटन स्थलों पर ना सिर्फ मुस्तैद नजर आ रही है, बल्कि सैलानियों के यहां वहां घूमने पर भी सख्ती बरतते हुए वीरान जंगल में प्रवेश न करने की हिदायत देती नजर आ रही है।
दरअसल जिला ग्रामीण के सिमरोल थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले तिंछा फाल पर हर साल बड़ी तादात में सैलानी पहुंचते है। मानसून सीजन व लुभावने मौसम के चलते यहां हर दिन इंदौर आस पास से सैलानी पहुंच रहे है। मुख्यतः यहां फाल से निचे गिरने वाला झरना दुधिया होकर आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। यह पर्यटन स्थल देखने में जितना मनमोहक है, अपराध व घटनाओं के मामले में भी उतनी ख्याती रखता है। पुराने रिकॉर्ड को देखते हुए सिमरोल थाना प्रभारी अमित कुमार स्वयं इस स्थल पर निगहबान है।
विरान में जाने से रोकना है प्राथमिकता
सिमरोल थाना प्रभारी अमित कुमार ने पीपुल्स समाचार से हुई चर्चा में बताया कि अमूमन शनिवार और रविवार को तिंछा फाल और कजली गढ़ सहित अन्य स्थानों पर प्राकृतिक प्रेमियों की भीड़ बनी रहती है। ऐसे में वारदात और अन्य खतरे की गुजांइश कम ही रहती है। लेकिन अन्य दिनों में सैलानियों के संख्या सीमित दायरे में होती है, ऐसे में पर्यटन स्थल पर निगहबान रहना आवश्यक हो जाता है। सैलानी तफरीह के दौरान वीरान जंगल तक पहुंच जाते है, जिस पर पुलिस सख्त है और रोक टोक कर लोटा भी रही है। इसके अलावा सैलानियों को खतरनाक स्थान पर जाने से भी रोकना हमारी प्राथमिकता बनी हुई है। अधिकांश सैलानी सेल्फी की चाह में ऐसा जोखिम उठाते है। जिन्हे ना सिर्फ रोक जा रहा है बल्कि समय आने पर सख्ती के साथ हिदायत भी दी जा रही है।
पुलिस की सख्ती से हुआ संभव
सिमरोल पुलिस पर्यटन स्थलों पर सैलानियों की सुरक्षा को लेकर संकल्पित नजर आ रही है। मानसून सीजन की शुरुआत से ही सिमरोल पुलिस ने अपनी निगहबानी यहां तेज रखी है। कल तक जो युवा यहां आकार खुले रूप से शराब खोरी करते थे उन्होने भी पुलिस की सख्ती के चलते क्षेत्र को छोड़ दिया है। उसी के परिणाम है कि यहां से अब तक कोई चिंताजन खबर निकल कर सामने नहीं आई। इसके विपरित अगर पूर्व के आकड़े देखे तो यहां कई हादसे व वारदात हो चुकी है। कई मामले तो ऐसे भी रहे जिसमें लाज लोभ के डर से रिपोर्ट तक दर्ज नहीं कराई गई। लेकिन थाना प्रभारी अमित कुमार के रहते क्षेत्र में व्यापक रूप से कानून का पालन होता नजर आ रहा है। पुलिस की इस संवेदनशीलता के प्रति क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि एवं गणमान्यों ने भी अपनी कृतज्ञता व्यक्त की है।