बकायादारों पर प्रशासन की टेढ़ी नजर, 3 दिन में भुगतान न करने पर होगी कानूनी कार्रवाई
बेटमा। राजस्व वसूली को लेकर प्रशासन ने सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। वर्षों से बकाया राशि नहीं चुकाने वाले कॉलोनाइजरों पर अब शिकंजा कसा जा रहा है। इसी क्रम में बुधवार को अनुविभागीय अधिकारी (एसडीएम) देपालपुर राकेश मोहन त्रिपाठी और अपर तहसीलदार बेटमा श्रीमती पूजा सिंह चौहान ने उप तहसील परिसर में क्षेत्र के कॉलोनाइजरों की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की।
बैठक में राजस्व वसूली को लेकर गंभीर चर्चा हुई और बकायादारों को तत्काल बकाया राशि जमा करने के सख्त निर्देश दिए गए। प्रशासन की सख्ती का असर तुरंत दिखा, और 6,42,000 रुपये की वसूली मौके पर ही कर ली गई।
3 दिन में नहीं भरा बकाया, तो होगी कड़ी कार्रवाई
प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि जो बकायादार अगले तीन दिनों में अपनी बकाया राशि जमा नहीं करेंगे, उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। बैठक में अधिकारियों ने साफ शब्दों में कहा कि अब कोई भी बहाना स्वीकार नहीं किया जाएगा और बकाया भुगतान में लापरवाही बरतने वाले कॉलोनाइजरों पर सख्त कदम उठाए जाएंगे।

रणमलबिल्लोद की कॉलोनियों पर प्रशासन का कड़ा रुख
इस दौरान ग्राम रणमलबिल्लोद की दो प्रमुख कॉलोनियों – विनायक विहार और प्रभु मिश्रा विहार (फेज 1 व 2) को लेकर भी सख्त निर्देश जारी किए गए। इन कॉलोनियों की बकाया राशि 17,18,651/- और 23,50,720/- रुपये है। प्रशासन की ओर से कई बार नोटिस जारी किए जाने के बावजूद, कॉलोनाइजरों ने न तो बकाया राशि जमा की और न ही बैठक में शामिल हुए।
कॉलोनाइजर विधि प्रकाश मिश्रा पर होगी कानूनी कार्रवाई
लगातार नोटिस देने और सूचित करने के बावजूद भुगतान न करने के चलते एसडीएम राकेश मोहन त्रिपाठी ने अपर तहसीलदार को कॉलोनाइजर विधि प्रकाश मिश्रा (पिता वेदप्रकाश मिश्रा) के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई के निर्देश दिए।
प्रशासन ने दी सख्त चेतावनी, अब नहीं चलेगा टालमटोल
बैठक में एसडीएम ने दो टूक शब्दों में कहा कि अब प्रशासन किसी भी प्रकार की लापरवाही या टालमटोल बर्दाश्त नहीं करेगा। यदि तय समय सीमा में बकाया राशि जमा नहीं की जाती, तो प्रशासन कानूनी रूप से जमीनों की नीलामी और संपत्तियों को कुर्क करने जैसी सख्त कार्रवाई करने से भी पीछे नहीं हटेगा।
सख्ती से आएगा राजस्व वसूली में सुधार
इस पूरी कार्रवाई का असर क्षेत्र में साफ नजर आ रहा है। प्रशासन की इस सख्ती से जहां कॉलोनाइजरों में हड़कंप मच गया है, वहीं अन्य बकायादारों में भी चिंता की लहर दौड़ गई है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रशासन की इस कार्रवाई के बाद कितने कॉलोनाइजर समय पर अपना बकाया भुगतान करते हैं, या फिर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई का डंडा चलता है।