स्वशासी चिकित्सा अधिकारी संघ ने जताया कड़ा विरोध : सीएमएचओ को सौंपा ज्ञापन
झाबुआ। जिले के पेटलावद के मुख्य खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुरेश कटारा के साथ विगत दिनों कलेक्टोरेट में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में कलेक्टर नेहा मीना (आईएएस) द्वारा बेवजह बुरा बर्ताव कर बैठक से बाहर करने एवं बाद में चिकित्सकों पर दबाव बनाकर झूठे प्रतिवेदन पर हस्ताक्षर करवाने के चलते स्वशासी चिकित्सा अधिकारी संघ द्वारा कड़ा विरोध जताया गया है। संगठन द्वारा 24 फरवरी, सोमवार दोपहर कलेक्टर की तानाशाही को लेकर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीएस बघेल को ज्ञापन प्रेषित किया गया।

ज्ञापन सौंपने बीएमओ पेटलवाद के साथ सिविल अस्पताल पेटलावद के समस्त चिकित्सक, अन्य ब्लॉकों एवं जिला चिकित्सालय के चिकित्सक भी सीएमएचओ कार्यालय पहुंचे। यहां संगठन के जिलाध्यक्ष डॉ. संदीप चौपड़ा के नेतृत्व में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बघेल को सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया कि विगत 21 फरवरी को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक कलेक्टर नेहा मीणा की अध्यक्षता में आयोजित हुई थी। जारी बैठक में कलेक्टर द्वारा बीएमओ डॉ. सुरेश कटारा के साथ बुरा बर्ताव करते हुए बैठक से बाहर चले जाने को कहा गया अन्यथा गार्ड बुलाकर बैठक से धक्का मारकर निकालने की धमकी दी गई, जबकि कलेक्टर द्वारा मांगी गई समस्त जानकारी खंड चिकित्सा अधिकारी द्वारा प्रस्तुत करने के बावजूद वैमनस्यता पूर्वक उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया। चिकित्सक पद की गरिमा एवं स्वाभिमान को ठेस पहुंचाने वाला कृत्य किया गया, जिससे ना सिर्फ एक चिकित्सा अधिकारी अपितु पूरे स्वास्थ्य विभाग की छवि धूमिल हुई है।


पेटलावद एसडीएम भी रखती है तानाशाह रवैया
पेटलावद एसडीएम सुश्री तनुश्री मीणा द्वारा भी बैठकों में स्वास्थ्य कर्मचारियों से डॉ. सुरेश कटारा के विरूद्ध अपशब्द कहे जाते रहे है। ज्ञापन में सीएमएचओ से उक्त पूरे मामले को संज्ञान में लेकर इस तरह की घटना की भविष्य में पुनरावृत्ति ना हो, इस हेतु मांग की गई, अन्यथा स्वशासी चिकित्सा अधिकारी संघ के साथ जिले के समस्त चिकित्सक भी कलेक्टर एवं पेटलावद एसडीएम के विरोध में लामबंद होकर अनिश्चितकालीन आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
