महू। मप्र फुटबॉल एसोसिएशन द्वारा अधिकृत इंदौर जिला फुटबॉल संघ (एडहॉक कमेटी) के तत्वावधान में आयोजित हाजी काना कप्तान एवं स्व. भीम दादा मेमोरियल कप 2025 फुटबॉल प्रतियोगिता का फाइनल मुकाबला हाई स्कूल स्टेडियम ग्राउंड महू में खेला गया। खिताबी मुकाबला न्यू एकेडमी फुटबॉल क्लब महू एवं नैशनल फुटबॉल क्लब महू के मध्य खेला गया।
फाइनल मैच बेहद रोमांचक रहा। निर्धारित 90 मिनट के खेल में दोनों टीमों ने एक-दूसरे पर कई आक्रमण किए, परंतु कोई भी टीम गोल नहीं कर सकी। इसके बाद मैच का निर्णय पेनल्टी शूटआउट से लिया गया, जिसमें नैशनल फुटबॉल क्लब महू ने 5-4 से मुकाबला जीतकर खिताबी ट्रॉफी पर कब्जा जमाया। प्रतियोगिता के समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्य अतिथि विक्रम अवॉर्ड से सम्मानित अनिल मेहता (तहसीलदार राऊ) रहे। विशेष अतिथियों में शैलेश गिरजे (प्रदेश उपाध्यक्ष अनुसूचित जनजाति मोर्चा), महेश यादव (मंडल अध्यक्ष एवं विधायक प्रतिनिधि), विपुल जैन (पूर्व नगर अध्यक्ष युवा मोर्चा), अशोक शुक्ला (प्राचार्य) तथा सलीम शेख (सेवानिवृत्त प्राचार्य आईटीआई मानपुर) उपस्थित रहे।
इस अवसर पर प्रख्यात फुटबॉलर हाजी काना कप्तान के परिवार से पधारे मकसूद खान एवं मो हाफिज का अतिथियों द्वारा पुष्पगुच्छ एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया गया।
अतिथियों का स्वागत इंदौर जिला फुटबॉल संघ के चेयरमैन जगदीशचंद खोड़े, कन्वीनर अशोक पिल्ले सहित संघ के सदस्यों सुरेश डामोर, शरद सिलावट, राकेश सिरसिया, नीरज शर्मा, अमित शुक्ला, ओपी बाथम, दीपक भंवर, यशवंत कौशल, प्रवीण कांबले, सुरेश पाल, शिवम शर्मा, पहलाद परदेशी आदि ने किया। कार्यक्रम का संचालन अमित शुक्ला ने किया तथा आभार नीरज शर्मा ने व्यक्त किया। अतिथियों द्वारा विजेता टीम को नगद 11000 रु, उपविजेता टीम को नगद 7000 रु प्रदान किए गए। साथ ही दोनों टीमों को आकर्षक ट्रॉफी एवं सभी खिलाड़ियों को व्यक्तिगत पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर अतिथि सलीम शेख द्वारा प्रतियोगिता में सर्वाधिक 05 गोल करने वाले बेस्ट स्कोरर प्रियांशु चोपड़ा (नैशनल फुटबॉल क्लब महू) को नगद 5000 रु देकर सम्मानित किया गया। वहीं बेस्ट गोलकीपर का पुरस्कार शरद कश्यप को प्रदान किया गया। प्रतियोगिता में मैच कमिश्नर प्रवीण कांबले रहे। मैच ऑफिशियल्स की भूमिका में शिव चौहान, शरद सिलावट, शिवम नंदराज, मनोज मोरने, गोलू वसुनिया, आकाश पिल्ले एवं विशाल स्वामी ने सराहनीय योगदान दिया।
