पुलिस ने सुरक्षा के मद्देनजर देपालपुर में अतिरिक्त बल किया तैनात
रंगीला प्रदेश, इंदौर
इंदौर/बेटमा। देपालपुर नगर परिषद अध्यक्ष पति महेशपुरी गोस्वामी और उनके बेटे सहित आठ लोगों पर युवक की आत्महत्या के मामले में पुलिस ने गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया है। इस घटना के बाद क्षेत्र में भारी तनाव देखा गया, वहीं परिजनों की मांग पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी महेशपुरी गोस्वामी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

बेटमा थाना क्षेत्र के निवासी राजेश चौहान की कुछ दिनों पहले जहर खाने से मौत हो गई। प्रारंभिक जांच में यह मामला आत्महत्या का प्रतीत हुआ, लेकिन परिजनों ने इसे हत्या करार देते हुए थाना घेराव किया। उन्होंने आरोप लगाया कि राजेश को जहर खिलाकर उसकी जान ली गई है। जांच के दौरान पुलिस को एक अहम सुराग मिला। राजेश का आखिरी वीडियो, जिसमें उसने स्पष्ट रूप से बताया कि वह कुछ लोगों की प्रताड़ना से परेशान था और इसी वजह से उसने आत्मघाती कदम उठाया। इस साक्ष्य के सामने आने के बाद पुलिस ने तत्काल एक्शन लेते हुए आरोपियों के खिलाफ हत्या के लिए उकसाने की धारा में केस दर्ज किया।

बेटमा पुलिस ने इस मामले में देपालपुर नगर परिषद अध्यक्ष पति महेशपुरी गोस्वामी, उनके बेटे उदयपुरी गोस्वामी, अशोक चौहान, छीतरसिंह पटेल, मुकेश पटेल, शुभम पटेल, ममता बाई और सुनीता बाई के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है। मुख्य आरोपी महेशपुरी गोस्वामी को चिकलौंडा फाटे से गिरफ्तार कर लिया गया और उसे न्यायालय में पेश किया गया, जहां से जेल वारंट जारी होने के बाद उसे तकीपुरा जेल भेज दिया गया। इस मामले में अब तक सिर्फ एक आरोपी की गिरफ्तारी हुई है।
सात आरोपी है फरार
मामले में अभी सात आरोपी फरार है जिनकी तलाश में बेटमा पुलिस लगातार दबिश दे रही है। बेटमा थाना प्रभारी संजय सिंह ने बताया कि “अब तक आठ लोगों को आरोपी बनाया गया है, लेकिन जांच अभी जारी है। आरोपियों की संख्या बढ़ भी सकती है।“ आईजी अनुराग ने सख्त लहजे में कहा कि “किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस जल्द ही सभी फरार आरोपियों को गिरफ्तार कर लेगी।“ घटना के बाद बेटमा और देपालपुर क्षेत्र में तनाव की स्थिति बनी हुई है। पुलिस ने सुरक्षा के मद्देनजर अतिरिक्त बल तैनात कर दिया है ताकि कानून-व्यवस्था बनी रहे।
अगली कार्रवाई पर टिकी सभी की निगाहें
मृतक राजेश चौहान के परिजनों ने प्रशासन से सभी आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी और सख्त सजा दिलाने की मांग की है। उनका कहना है कि “हम न्याय चाहते हैं, ऐसे लोगों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए ताकि भविष्य में कोई और इस तरह की प्रताड़ना का शिकार न हो।“ यह मामला अब राजनीतिक रूप से भी तूल पकड़ने लगा है। कई सामाजिक संगठनों ने इस घटना की निंदा की है और आरोपियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है। प्रशासन भी इस पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए है और जल्द ही सभी फरार आरोपियों की गिरफ्तारी की बात कही जा रही है। बेटमा की यह घटना सामाजिक और कानूनी दोनों ही दृष्टि से गंभीर मामला बन चुकी है। पुलिस, न्यायालय और प्रशासन की अगली कार्रवाई पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं।
